धनबाद : सुबह छाया रहेगा कोहरा, दिन में रहेगा साफ मौसम
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक धनबाद का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहेगा. इसके बाद न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है. इससे ठंड में कमी आयेगी.
धनबाद : सोमवार को कोहरे के बीच सुबह की शुरुआत होगी. मौसम विभाग ने धनबाद के विभिन्न इलाकों में धुंध व कोहरा छाये रहने का पूर्वानुमान जताया है. मौसम विभाग रांची द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अगले दो दिन तक सुबह की शुरुआत कोहरे के साथ होगी. हालांकि, दिन चढ़ते ही मौसम साफ होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग के अधिकारियों ने जताया है. रविवार की सुबह भी धनबाद में घना कोहरा छाया रहा. सुबह लगभग 10 बजे मौसम साफ होने लगा. दिन के 11 बजते-बजते तेज धूप खिल गयी. रविवार को धनबाद का न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं अधिकतम तापमान 20.7 था. इससे लोगों को शनिवार की तुलना में कुछ ज्यादा ठंड का अहसास हुआ. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक धनबाद का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहेगा. इसके बाद न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है. इससे ठंड में कमी आयेगी.
भूली क्षेत्रीय चिकित्सालय परिसर में पेड़ों को काटने का विरोध
भूली क्षेत्रीय चिकित्सालय परिसर में पेड़ों को काटने को लेकर भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने विरोध जताया है. वहीं भूली के अन्य सामाजिक संगठन भी आंदोलन के मूड में हैं. नागरिक संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बालेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने कहा : विस्थापितों को बसाने का विरोध नहीं है, लेकिन सैकड़ों पेड़ों को काटा जाना गलता है. यह भूली क्षेत्रीय चिकित्सालय के अस्तित्व के लिए खतरा है. इसके लिए नागरिक संघर्ष मोर्चा आंदोलन का रूपरेखा तैयार कर रहा है. इसके विरोध में जन आंदोलन खड़ा किया जायेगा. वहीं पूर्व पार्षद सह सद्भावना एनजीओ के रंजीत कुमार उर्फ बिल्लू ने कहा कि लोगों को बसाने के लिए भूली और उसके आसपास जमीन खाली है. बीसीसीएल का आवास भी ईस्ट बसेरिया क्षेत्र में उपलब्ध है. यह क्षेत्रीय चिकित्सालय को बंद करने का षड्यंत्र है. इसका विरोध किया जायेगा. भाजपा भूली मंडल के महा मंत्री बबलू सिंह ने कहा कि सैकड़ों पेड़ों की कटाई गलत है. बीसीसीएल प्रबंधन को पुनर्विचार कर नया पेड़ लगाना चाहिए. जगदीश कुमार राय ने कहा : भूली क्षेत्रीय चिकित्सालय से लोगों को फायदा हो रहा था. पेड़ों की कटाई कर लोगों को बसाना अस्पताल के अस्तित्व को मिटाने की साजिश है.
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