सऊदी अरब में फंसे झारखंड के 45 मजदूरों का खाना-पीना अब बंद हो गया है. कंपनी ने किचन में ताला लगा दिया है. भारतीय दूतावास ने तीन दिनों के लिए उन्हें खाना-पीना उपलब्ध कराया था. प्रवासी मजदूरों की मदद करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली को छह दिसंबर को व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से मजदूरों ने कहा था कि 11 मई को वह कॉमर्शियल टेक्नोलॉजी की ट्रांसमिशन लाइन में काम करने कॉन्ट्रैक्ट पर सऊदी अरब पहुंचे थे. इसके एवज में बतौर कमीशन 55 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ा. काम के बदले लाइनमैन को 1500 रियाल, हेल्पर को 1100 रियाल के अलावा ओवरटाइम के लिए 750 रियाल और खाने-पीने के लिए अलग से 300 रियाल देने का आश्वासन मिला था. इधर, सात महीना काम करवाकर कंपनी ने मात्र दो महीने की मजदूरी का भुगतान किया. शेष भुगतान के लिए कंपनी टालमटोल कर रही है. इसके बाद मजदूरों ने हड़ताल ने कर दी तो कंपनी ने उन्हें खाना-पीना देना बंद कर दिया और किचन में ताला लगा दिया. मजदूरों ने तीसरा वीडियो बनाकर कर सरकार से मदद की गुहार लगायी है.
फंसे मजदूरों में ये हैं शामिल
गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के तारानारी के अर्जुन महतो, भागीरथ महतो, टेकलाल महतो, बेको के संतोष साव, महेश साव, कामेश्वर साव, खेतको के महेश महतो, रीतलाल महतो, विजय महतो, मुंडरो का अशोक महतो, जरमुन्ने का सोहन कुमार, डुमरी प्रखंड के बरियारपुर का इंद्रदेव महतो, चैनपुर का राजेश कुमार महतो, पोरदाग का गणेश साव, डुमरी के सुभाष कुमार व जानकी महतो, बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के पोखरिया का जगदीश महतो, गोनियाटो का रामचंद्र महतो, गोमियां प्रखंड के करी का प्रदीप महतो, सीधाबारा का मनोहर महतो, हजारीबाग जिले के विष्णुगढ प्रखंड के अचलजामू के सहदेव राजवार व रूपलाल महतो, करगालो के बहादुर महतो, नागेश्वर महतो, शीतल महतो, रोहित महतो, मेघलाल महतो, रंजन राज मेहता, सारूकुदर का भैरो महतो, उच्चाघाना के सुकर महतो नंदलाल महतो,लोकनाथ महतो, सुनील महतो, बलकमक्का के तिलक महतो, थानेश्वर महतो, अंबाटांड के महानंद पटेल, प्रमोद महतो, अनंतलाल महतो, खरकट्टो का तापेश्वर महतो, सीरैय का टोकन सिंह, अलखरी का धानेश्वर महतो, नागी चुरामन महतो, केंदुवाडीह का भुनेश्वर महतो, जितेंद्र महतो, बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर का बालगोविंद महतो शामिल हैं.
प्रवासी मजदूर के लिए काम करने वाले ने मदद की अपील की
प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करनेवाले सिकंदर अली ने केंद्र व राज्य सरकार से मजदूरों की मदद करने की अपील की है. कहा कि रोजगार के अभाव में राज्य में कहीं न कहीं प्रतिदिन ऐसा मामला सामने आ रही है. लोग रोजी-रोटी की तलाश में विदेश जाते हैं, वहां उनको यातनाएं झेलनी पड़ती हैं. मजदूर बड़ी मुश्किल से अपने वतन लौट पाते हैं. सरकार को मजदूरों का पलायन रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था करे.
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