झारखंड वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को मारने का आदेश दिया है. अब तक तेंदुए को बेहोश करने या पिंजरे में बंद करने का काफी प्रयास किया गया है, लेकिन अपेक्षित सफलता अब तक नहीं मिली है. लिहाजा वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को मारने का आदेश जारी किया है. आपको बता दें कि तेंदुए ने चार बच्चों की जान ले ली है. लोग दहशत में हैं. आदमखोर तेंदुए से निपटने के लिए हैदराबाद के प्रसिद्ध शिकारी नवाब सफत अली खान को बुलाया गया है.
वे भी तेंदुए को काबू करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई खास कामयाबी नहीं मिल सकी है. झारखंड में 10 दिसंबर के बाद से इस तेंदुए ने गढ़वा में तीन और लातेहार जिले में एक बच्चे सहित कुल चार बच्चों को मार डाला है. मारे गए सभी बच्चों की उम्र छह से 12 साल के बीच बतायी जा रही है. घटना के बाद से ही लोगों के बीच दहशत का माहौल है. ऐसे में लोगों के जीवन को देखते हुए आदमखोर तेंदुए को मारने का आदेश जारी किया गया है.
वैसे प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) शशिकर सामंत कहते हैं कि अभी भी उनकी प्राथमिकता तेंदुए को पकड़ना है. गढ़वा के सीएफ सह उतरी वन क्षेत्र डीएफओ दिलीप यादव ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने का काफी प्रयास किया गया. इसके बाद वन विभाग की ओर से इसे मारने का आदेश जारी किया गया है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) शशिकर सामंत ने बताया कि आदमखोर तेंदुए को मारने का आदेश बुधवार शाम को जारी किया गया था. इसमें कहा गया है कि यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है कि आपको (शूटर) या किसी अन्य को खतरा हो तो आप तेंदुए को मार सकते हैं या घायल कर सकते हैं.