धनबाद के खानुडीह जंगल में झारखंड कोल डिपो पर वन विभाग की छापामारी, संचालक को शो कॉज

एसीएफ ने बताया कि कोल डिपो का कुछ भाग वनरोपन क्षेत्र में है. संचालक द्वारा अतिक्रमण किया गया है. कोल डिपो में भारी मात्रा में कोयला मिला है. कोयले की ढुलाई भी वनरोपन क्षेत्र के रास्ते से हो रही है. जिसके चलते कई पेड़-पौधों को नष्ट कर दिया गया है.

By Guru Swarup Mishra | November 13, 2022 8:05 PM

Jharkhand News: धनबाद के बाघमारा थाना क्षेत्र के खानुडीह मौजा स्थित जंगल में वनरोपन क्षेत्र में संचालित झारखंड कोल कंपनी डिपो में रविवार को धनबाद फोरेस्ट डिवीजन की टीम सहायक वन संरक्षक एके मंजुल के नेतृत्व में छापामारी करने पहुंची. इस दौरान कोल डिपो में हड़कंप मच गया. छापामारी टीम ने पूरे जंगल में छान मारा. जंगल के बीच परिवहन रास्ते को देख छापामारी दल भौंचक रह गया. सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) ने कोल डिपो के संचालक मुन्ना यादव से डिपो लाइसेंस, जमीन का कागजात, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से प्राप्त सर्टिफिकेट, परिवहन सर्टिफिकेट को लेकर पूछताछ की और शो कॉज किया है.

कोल डिपो में मिला भारी मात्रा में कोयला

एसीएफ ने बताया कि कोल डिपो का कुछ भाग वनरोपन क्षेत्र में है. संचालक द्वारा अतिक्रमण किया गया है. कोल डिपो में भारी मात्रा में कोयला मिला है. कोयले की ढुलाई भी वनरोपन क्षेत्र के रास्ते से हो रही है. जिसके चलते कई पेड़-पौधों को नष्ट कर दिया गया है. कोयला खनन वैध या अवैध खदान से की जा रही है. इसकी जांच की जा रही है. इस संबंध में डिपो संचालक को शो कॉज किया गया है. अगर संचालक द्वारा सही कागजात जमा नहीं किया गया और गलत पाया गया तो उसके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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कई जगह अवैध कोयला खनन की है सूचना

एसीएफ ने पत्रकारों को बताया कि बाघमारा थाना क्षेत्र के वनरोपन क्षेत्र में कई जगह अवैध तरीके से कोयला खनन किये जाने की सूचना विभाग को मिली है. इसका निरीक्षण फॉरेस्ट टीम के द्वारा की जा रही है. उन्होंने कहा कि अवैध खनन के कारण पेड़ गिर रहे हैं. इससे राजस्व की हानि होने के साथ-साथ पर्यावरण को क्षति हो रही है. छापामारी टीम में वनपाल पीएन रजक, यादव प्रजापति, राजेश कुमार यादव, पंचम कुमार रजक, ओम प्रकाश आजाद, मो. सहजाद अली आदि शामिल थे.

रिपोर्ट : शंकर प्रसाद साव, बाघमारा, धनबाद

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