Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत लालबथानी हटिया के समीप स्थित एक अवैध आरा मिल बंद कराने गयी वन विभाग की टीम, पुलिस व ग्रामीणों के बीच तनातनी हो गयी. इस बीच आरा मिल बंद कराने की कार्रवाई के दौरान एक महिला के बेहोश हो जाने एवं ग्रामीणों के विरोध के चलते वन विभाग की टीम व पुलिस को लौट जाना पड़ा. हालांकि आरा मिल को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया है. ग्रामीणों ने जब्त सामान नहीं लाने दिया. इधर, ग्रामीणों ने वन विभाग व पुलिस पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया.
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के साहिबगंज जिले के लालबथानी हटिया के समीप मो मोकिम अवैध रूप से आरा मिल संचालित कर रहा था. जिसकी सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने वहां पहुंचकर दो दिन पूर्व उसे सील कर दिया था, लेकिन वन विभाग को फिर आरा मिल के संचालन की सूचना मिली. इसके बाद डीएफओ मनीष तिवारी, रेंजर डी तिवारी, पुलिस इंस्पेक्टर शशि भूषण चौधरी पुलिस टीम, जेसीबी व 2 हाइवा लेकर वहां पहुंचे. कार्रवाई करते हुए आरा मिल को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया. इस बीच वहां मौजूद एक महिला बेहोश हो गयी. इसके बाद ग्रामीण, वन विभाग व पुलिस के बीच तनातनी के माहौल से अफरातफरी मच गयी. इस दौरान ग्रामीणों ने हाइवा पर आरा मिल का जब्त सामान चढ़ाने से रोक दिया.
इधर, ग्रामीणों ने वन विभाग व पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना था कि जब तक कार्रवाई चल रही थी किसी को कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन आरा मिल संचालक के परिवार व उसके घर की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने की जानकारी मिलने पर इसका विरोध किया गया. ग्रामीण के विरोध पर पुलिस को पीछे हटना पड़ा. मामले की जानकारी मिलते ही सीओ अब्दुस समद ने वहां पहुंचकर लोगों को समझाया. डीएफओ मनीष तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम, पुलिस के साथ अवैध आरा मिल को ध्वस्त करने और उसका सामान जब्त करने गयी थी. ग्रामीणों ने सामान ले जाने से रोक दिया है. अभद्रता की कोई बात नहीं. वन विभाग की टीम जब्त सामान लाने के लिए वहां फिर जायेगी.
रिपोर्ट : इमरान