ओडिशा के मयूरभंज जिले के सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में शिकारियों द्वारा वन विभाग के एक अधिकारी की हत्या की घटना सामने आयी है. इसके बाद केंद्र ने राज्य के सरकारी तंत्र का समर्थन करने के लिए वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के एक दल को मौके पर भेजा है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
शिकारियों की गोली से हुई वनपालक की मौत
वनपाल माटी हांसदा (40) को शिकारियों द्वारा कथित तौर पर चलायी गोली लग गयी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि घटना के सिलसिले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है.
हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया
मंत्री ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘आरोपियों की पहचान कर ली गयी है और उनमें से एक को हिरासत में ले लिया गया है. एक देसी बंदूक भी बरामद हुई है.’ उन्होंने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.
वनपालक के बलिदान को मंत्री ने किया सलाम
मंत्री श्री यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘ड्यूटी के दौरान हमारे योद्धा के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं. हम उनके बलिदान को सलाम करते हैं और अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लिया है और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के दल को राज्य के सरकारी तंत्र की मदद के लिए भेजा जा रहा है.’
दो माह में वन विभाग के दो कर्मचारियों की हत्या
इससे पहले, 22 मई को सिमलिपाल बाघ अभयारण्य में शिकारियों के एक समूह ने एक वन रक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस तरह दो महीने में सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के दो कर्मचारियों की हत्या हो गयी है.