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Jharkhand News: आजसू पार्टी के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का निधन, सुदेश महतो ने जताया शोक

Jharkhand News: आजसू पार्टी के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का आज शुक्रवार को निधन हो गया है. घर का बंद दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला गया. गंभीर हालत में पत्नी को रिम्स रेफर किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2021 4:11 PM
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Jharkhand News: झारखंड के लोहरदगा से आजसू पार्टी के पूर्व विधायक और आंदोलनकारी कमल किशोर भगत का आज शुक्रवार को निधन हो गया. 55 वर्ष की उम्र में इनका निधन हो गया. घर का बंद दरवाजा तोड़कर इनका शव बाहर निकाला गया. गंभीर हालत में पत्नी को रिम्स रेफर किया गया है. बताया जा रहा है कि वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे.

बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक कमल किशोर भगत पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. शुक्रवार को इनके घर के बंद कमरे से शव को बाहर निकाला गया. बेहोश पत्नी को इलाज के लिए रिम्स भेजा गया है. आपको बता दें कि कमल किशोर भगत 2009 से 2015 तक आजसू पार्टी से विधायक रहे थे.

कमल किशोर भगत के निधन पर आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने भी शोक व्यक्त करते हुए लिखा, अभी तो संघर्ष का सफर बाकी था “बबलू दा”, इसके बाद उन्होंने लिखा.

झारखंड आंदोलनकारी, पूर्व विधायक, हमेशा बड़े भाई की भूमिका अदा करने वाले कमल किशोर भगत के असामयिक निधन ने मन को झकझोर कर रख दिया है. आजसू पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति.ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे और परिजनों, कार्यकर्ताओं,समर्थकों को दुःख सहने की ताकत. आपके संघर्ष, जज़्बात सदैव हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बनकर रहेंगे.

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बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने लोहरदगा के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत के निधन पर शोक जताया.

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कमल किशोर भगत के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

कमल किशोर भगत आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष थे. लोहरदगा से पूर्व विधायक थे. इनके निधन की खबर से पूरे विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी है. पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत की स्थिति भी नाजुक है. प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें रिम्स रेफर किया गया है.

झारखंड आंदोलनकारी कमल किशोर भगत का 55 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन की सूचना मिलते ही लोगों का हुजूम उनके लोहरदगा शहर के हरमू स्थित आवास पर उमड़ पड़ी. कमल किशोर भगत के निधन के साथ ही उनकी पत्नी नीरू शांति भगत की तबीयत भी बिगड़ गयी. जिन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया. कमल किशोर भगत जमीन से जुड़े नेता थे. उनके दादा स्वर्गीय लालू टाना भगत स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेता थे. कमल किशोर भगत के पिता लखन टाना भगत थे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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