Varanasi News: पूर्व सांसद और भाजपा नेता डा. रामविलास वेदांती ने शुक्रवार को वाराणसी में ज्ञानवापी प्रकरण (Gyanvapi Masjid Case) को लेकर कई बयान दिये. इस मामले पर उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने भाषयी मर्यादा का भी ध्यान नहीं रखा. पूर्व सांसद ने ओवैसी और अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि दोनों पाकिस्तान के रास्ते चल रहे हैं. दोनों नोताओं का बयान देश तोडऩे वाले है, उन पर देश द्रोह का मुकदमा होना चाहिए.
डा. रामविलास वेदांती ने कहा कि विश्व में कई मुस्लिम देश हैं, किसी भी मुस्लिम देश ने काशी विश्वनाथ के ज्ञानवापी मंदिर का विरोध नहीं किया. केवल ओवैसी, अखिलेश यादव और पाकिस्तान कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि ओवैसी की इच्छा दूसरा बाबर और औरंगजेब बनने की है.काशी का मुसलमान भी चाहता है कि हिंदुओ को वह मन्दिर सौंप देना चाहिए. मैं काशी की जनता से यह निवेदन करना चाहता हूं कि जिस प्रकार उन्होंने अयोध्या राम जन्मभूमि में मन्दिर की प्रतीक्षा 464 वर्षो तक की, उसी प्रकार 355 साल हो गए जब औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़े. अब वहां भगवान विश्वेश्वर नाथ के मिलने के बाद भव्य मंदिर बनने की तैयारी है.
पूर्व भाजपा सांसद ने कहा कि हम अपने देव स्थान को कतई नहीं छोड़ेंगे. वहां मंदिर था, है और रहेगा. अब कोर्ट उसकी असलियत पता लगाकर दुनिया के सामने रखेगा. हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और उसके निर्णय को स्वीकार करेंगे. मगर, ओवैसी का कहना है कि वह कोर्ट की बात नहीं मानेंगे. ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रदोह की कार्रवाई करके जेल में डाल देना चाहिए. अगर वह संविधान और कानून को नहीं मानते हैं तो उसकी शपथ लेकर कैसे सांसद बने हैं.