पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे पूर्व सीएम रघुवर दास को प्रशासन ने गांव जाने से राेका, जानें पूरा मामला
jharkhand news: रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प मामले में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे पूर्व सीएम रघुवर दास को लोहरदगा प्रशासन ने गांव जाने से रोक दिया. इससे नाराज श्री दास वहीं पर वीडियो कॉल के जरिए परिजनों से बात कर जांच की मांग की.
Jharkhand news: रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव की जानकारी लेने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास मंगलवार को लोहरदगा गये. वहां स्थानीय प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देते हुए घटनास्थल पर जाने से रोक दिया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि तुष्टिकरण के चक्कर में बहुसंख्यक समाज को दबाना बंद करे. साथ ही कहा कि दिखावे की कार्रवाई का भाजपा कड़ा विरोध करेगी. गांव जाने से रोकने पर श्री दास ने वीडियो कॉल कर पीड़ित के परिजनों से बात की, वहीं घायलों को देखने सदर अस्पताल भी गये.
प्रशासन के ढुलमूल रवैये से नाराज दिखे पूर्व सीएम
उन्होंने प्रशासन के ढुलमूल रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि निर्दोष लोगों पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि दूसरे पक्ष को लोगों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई हो रही है. उन्होंने निष्पक्ष तरीके से जांच की मांग की. साथ ही कहा कि निर्दोष लोगों को परेशान करना प्रशासन बंद करे.
सौहार्द बिगाड़ने का लगातार प्रयास
लोहरदगा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम श्री दास ने कहा कि यह घटना सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. यहां का सौहार्द बिगाड़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. कहा कि हर पर्व त्योहार के अवसर पर शरारती तत्व माहौल बिगाड़ने में जुट जाता है. इसके बावजूद ना तो राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर दिखती है और ना ही जिला प्रशासन.
निष्पक्ष जांच की मांग
पूर्व सीएम श्री दास ने रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प में शामिल लोगों को चिह्नित करते हुए अविलंब गिरफ्तार करने की अपील की है. साथ ही र्निदोष लोगों को परेशान नहीं करने की बात कही. इस दौरान उन्होंने विभिन्न संगठनों के लोगों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी लेते हुए इस घटना पर दुख व्यक्त किया और पीड़ित लोगों के परिजनों से वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि जल्द ही उनके गांव आकर पीड़ित परिजनों से मिलेंगे. इस दौरान पूर्व सीएम घायलों से मिलने लोहरदगा सदर अस्पताल भी गये. इस मौके पर उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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लोहरदगा जिला स्थित हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में एक व्यक्ति की मौत और 12 अन्य लोग घायल हुए थे. हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने लोहरदगा शहर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था और धारा 144 लागू किया गया था.
राज्य सरकार पर साधा निशाना
पूर्व सीएम श्री दास ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि रांची में सरहूल की शोभायात्रा रोकी जाती है, तो खूंटी में मंगलायात्रा को रोक दिया जाता है. यह केवल वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का परिणाम है. उन्होंने राज्य सरकार के एक मंत्री और एक राज्यसभा सांसद की भूमिका भी सवाल उठाते हुए पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. इस दौरान लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत, जिला अध्यक्ष मनिर उरांव समेत कई लोग उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.