पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन बीजद में हुए शामिल, कर सकते हैं पार्टी का नेतृत्व, हुआ बड़ा खुलासा
पांडियन ने 2002 में कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ के उप-कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और फिर 2005 में मयूरभंज जिले के कलेक्टर के रूप में तैनात हुए.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी और पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन सोमवार को पटनायक और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बीजद में शामिल हुए है. ओडिशा में शुभ दिन मानाए जाने वाले कार्तिक पूर्णिमा पर पांडियन को पार्टी में शामिल करने का बीजद का निर्णय बड़ा राजनीतिक महत्व रखता है. हालांकि ओडिशा के सत्ता गलियारे में बड़ा प्रभाव रखने वाले पांडियन की भूमिका और स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है, बीजद के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक आगामी विधानसभा और आम चुनावों से पहले पार्टी के अभियान योजना और उम्मीदवार चयन को डिजाइन करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी.
तमिलनाडु में जन्मे पांडियन को बीजू जनता दल में पटनायक के बाद कोई पद दिए जाने की संभावना है, जो 26 दिसंबर, 1997 को इसकी स्थापना के बाद से सत्तारूढ़ दल के अध्यक्ष बने हुए हैं. बीजद के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में पार्टी के नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा कि पांडियन ने सुबह 10.15 बजे औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होने से पहले पटनायक के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. सीएम ने पांडियन से कहा कि जिस तरह से उन्होंने पिछले 13-14 वर्षों से उनके (निजी सचिव) के रूप में उनके साथ काम किया है, ठिक उसी तरह पार्टी और राज्य के लिए काम करें. और आगे सीएम ने कहा कि उनका पिछला प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव पार्टी के लिए फायदेमंद होगा.
आपको बता दें कि पांडियन ने 2002 में कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ के उप-कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और फिर 2005 में मयूरभंज जिले के कलेक्टर के रूप में तैनात हुए. बाद में, उन्हें 2007 में गंजम के कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया. गंजम में अपने कार्यकाल के दौरान, पांडियन सीएम के करीब आए और 2011 से उनके निजी सचिव के रूप में कार्य किया. मुख्यमंत्री के निजी सचिव होने के अलावा, पटनायक ने उन्हें सरकारी विभागों में कुछ परिवर्तनकारी पहलों को लागू करने के लिए 2019 में ‘5T सचिव’ की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी.