BJP ने UP को किया बर्बाद, बेरोजगारों की बढ़ रही संख्या, बरेली में बोले पूर्व मंत्री अताउर्रहमान

बरेली में पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने कहा कि बीजेपी ने यूपी को बर्बाद कर दिया है. यह एक जुमलेबाज पार्टी है. प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ने लगी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2021 10:06 PM
an image

UP Election 2022: पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने बहेड़ी विधानसभा में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, भाजपा ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर दिया है. बेरोजगार युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. महिलाओं और किसानों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं. मगर भाजपा का मुख्य मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं है. वह जनता का ध्यान भटकाने में लगी है.

बीजेपी के एजेंडे में विकास नहीं है

पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने कहा, भाजपा देश को सांप्रदायिकता की तरफ झोंकने में जुटी है. उनके एजेंडे में विकास नहीं है. पूर्व मंत्री ने भाजपा को जुमलेबाज पार्टी बताया. बोले, महंगाई ने गरीब और आम आदमी की कमर तोड़ दी है, जिसके चलते लोगों का परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. मगर,अब यूपी की जनता समझ चुकी है. वह आने वाले समय में सपा की सरकार बनाएगी. भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प ले चुकी है.

Also Read: UP Election 2022: बरेली में सपा महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह बोलीं- उत्तर प्रदेश में परिवर्तन तय
भाजपा तीन अंक को भी नहीं छू पाएगी

प्रभारी तनवीर अहमद अंसारी ने कहा कि प्रदेश में सपा के पक्ष में माहौल बनने लगा है. भाजपा तीन अंक को भी नहीं छू पाएगी. वह 100 के अंदर ही सिमट जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान, गरीब, मजदूर, युवा और महिलाएं इस सरकार से पीछा छुड़ाने में जुटे हैं. यह लोग भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे.

Also Read: UP Chunav 2022: बरेली में सपा को विपक्षी दलों से नहीं, अपनों से मिल रही चुनौती, 9 सीटों पर करीब 100 दावेदार

पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने मुड़िया नबीबख्श में पार्टी कार्यालय का उद्घघाटन किया. इस मौके पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख हाजी वफाउर्रहमान, जिला पंचायत सदस्य चौधरी अमित सिंह, राजेंद्र शर्मा, हाशिम अली, अशरफ अंसारी, हरविंदर जाटव आदि ने भी सपा के पक्ष में बनते माहौल पर चर्चा की. कार्यक्रम में मिश्रीलाल कश्यप, सरदार सतपाल सिंह, चौधरी विपिन सिंह, सोनू मौर्य और शकील अंसारी आदि मौजूद थे.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

Exit mobile version