बरहेट (साहिबगंज), नागराज साह : सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में मंगलवार को साहिबगंज जिला के बरहेट प्रखंड स्थित वीर शहीद सिदो-कान्हू के जन्मस्थली भोगनाडीह में झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू की नौ साल बाद उनकी घर वापसी होगी. बीजेपी से मोहभंग होने के बाद आज एक बार फिर झामुमो में शामिल हो रहे हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ करीब नौ वर्ष बाद पंचकठिया रांगा के समीप विदिन समाज द्वारा आयोजित पूजा पाठ कार्यक्रम में हेमलाल मुर्मू मंच पर एक साथ दिखे. सीएम के कार्यक्रम में हेमलाल मुर्मू मंच पर मौजूद थे और दोनों एक-दूसरे के अगल-बगल में बैठे हुए थे.
सीएम हेमंत सोरेन की उपस्थिति में हेमलाल मुर्मू होंगे शामिल
घर वापसी को लेकर भोगनाडीह सरकारी मंच के बगल में झामुमो के मंच पर हेमंत सोरेन की उपस्थिति में झामुमो में शामिल होंगे. कार्यक्रम को लेकर भोगनाडीह स्थित मंच की तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं, एक साल पहले ही हेमलाल मुर्मू अपने आवास से भाजपा का झंडा उतार दिया था.
1995 से राजनीतिक पारी की शुरुआत की
दरअसल, उनके राजनीतिक पारी की शुरुआत वर्ष 1995 में हुई थी. जब झामुमो के सिंबल से उन्होंने बरहेट से विधानसभा चुनाव लड़कर 20 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी. वे संताल परगना के दिग्गज नेताओं में शुमार है. हेमलाल किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हेमलाल मुर्मू 1995, 2000 और 2009 में झामुमो के सिंबल पर बरहेट विधानसभा सीट से विधायक रहे तथा 2004 में राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो से सांसद चुने गये. इस चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी वर्तमान राजमहल सांसद विजय हांसदा के पिता स्वर्गीय थॉमस हांसदा को भारी मतों से हराया था. वहीं, हेमलाल मुर्मू झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री, शिक्षा मंत्री के अलावे केंद्र में खान मंत्री भी रह चुके हैं.
केंद्र से लेकर राज्य में मंत्री पद संभाल चुके हैं हेमलाल मुर्मू
हेमलाल मुर्मू झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और शिक्षा मंत्री के अलावा केंद्र में खान मंत्री के रूप काम कर चुके हैं. वर्ष 2005 के चुनाव के दौरान बीजेपी से चुनाव लड़ रहे सिमोन मालतो ने हेमलाल मुर्मू को हराया था. करीब 600 वोट से हेमलाल मुर्मू पराजित हुए थे.
पिता-पुत्र दोनों झामुमो का थामेंगे दामन
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि हेमलाल मुर्मू के दामन थामने से साहिबगंज जिले के बोरिया विधानसभा के एक बड़े नेता की मुश्किलें बढ़ने वाली है. हेमलाल मुर्मू के साथ उनके पुत्र विकास मुर्मू भी भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा छोड़ झामुमो का दामन थामेंगे. उनके साथ सैकड़ों की संख्या में उनके कार्यकर्ता भी झामुमो का दामन थामेंगे.