बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन कहते हैं कि हेमंत सोरेन के कार्य को आगे बढ़ायेंगे. उन्हें इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा. कांग्रेस ने यहां के लोगों की भावना को नहीं समझा. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी, तब हमें हमारा झारखंड मिला.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता को धोखा दिया है. हेमंत सरकार ने राज्य को लूटा है. युवा बेरोजगार हैं. राज्य में प्रश्नपत्र लीक कर साढ़े छह लाख बच्चों के भविष्य के साथ वर्तमान सरकार ने खिलवाड़ किया है. आदिवासी, मूलवासी व दलित खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 का आंकड़ा पार करेगी. झारखंड की सभी लोकसभा सीट पर भाजपा का परचम लहरायेगा. 15 साल पहले देश की क्या स्थिति थी, 15 साल पहले घरों में बिजली की व्यवस्था नहीं थी. आज मोदी सरकार में हर घर बिजली, हर हाथ में स्मार्टफोन, सड़क दुरुस्त हो गयी है. देश का विश्वस्तर पर परचम है. आज भारत को पूरे विश्व के लोग जानते और पूजते हैं.
झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ईचागढ़ से तीन बार विधायक रहे अरविंद कुमार सिंह को पार्टी में शामिल कराया. उन्होंने कहा कि अरविंद सिंह के आने से पार्टी सशक्त और मजबूत होगी. कार्यक्रम में हजारों समर्थकों के साथ अरविंद कुमार सिंह उर्फ़ मलखान सिंह ने भाजपा का दामन थामा.
पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि विगत 30-35 वर्षों से ईचागढ़ की जनता की सेवा कर रहा हूं. पहली बार ईचागढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता. ईचागढ़ के लोगों ने मुझे नहीं छोड़ा और न ही मैंने. मोदी जी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. मैं भी मोदी जी के विकास कार्यों में सहभागी बनना चाहता हूं. उनके विकास कार्यों को आगे ले जाना है.
ईचागढ़ समेत सरायकेला व जमशेदपुर से बड़ी संख्या में दूसरी पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए. जमशेदपुर आजसू महानगर से समरेश सिंह ने अपने समर्थकों के साथ बाबूलाल मरांडी व अरविंद सिंह के समक्ष पार्टी का दामन थामा. मौके पर सभी नये कार्यकर्ताओं का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने माला पहनकर पार्टी में स्वागत किया.
मौके पर पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी, भाजपा नेता शैलेंद्र सिंह, राजेश शुक्ला, जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव, सारथी महतो, मधुसूदन गोराई, गणेश महाली, रमेश हांसदा, खोगेन महतो, मनोज सिंह, मनोज महतो, जटाशंकर पांडे, अनीता पारित, अनंत राम टुडू, सुबोध सिंह, बनू सिंह सरदार, लालमोहन दास, मधुसूदन बनर्जी, उदय गौड़ आदि उपस्थित थे.