लोहरदगा: पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ जिंगी गांव में अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले लोहरदगा सदर अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया गया था. इसके बाद बिसरा को जांच के लिए रिम्स, रांची भेजा गया. बिसरा जांच के बाद ही पूर्व विधायक की मौत का कारण स्पष्ट होगा.
इधर, लोहरदगा पुलिस की टीम नीरू शांति भगत का बयान लेने मेदांता अस्पताल (रांची) भी गयी थी, लेकिन चिकित्सकों ने बयान लेने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि मरीज अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं. फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर है.
उन्हें आइसीयू से कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है. इलाज कर रहे डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि दो-तीन दिन बाद छुट्टी दे दी जायेगी. लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.
घटना को लेकर लगाये जा रहे कयास : जानकारों का कहना है कि कमल किशोर की तबीयत शुरू से ही खराब थी और वह हार्ट व डायबिटीज के मरीज थे. दो दिन पहले उनकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गयी थी. उन्होंने किसी से अपना इलाज भी कराया था.
रात में खाना खाने के बाद वह पत्नी के साथ कमरे में सोने चले गये. साथ ही ठंड को देखते हुए बोरसी भी कमरे में ही रख ली थी. कयास लगाया जा रहा है कि बोरसी के धुएं के कारण उनकी मौत हुई होगी और उनकी पत्नी नीरू शांति भगत अचेत हो गयीं.
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार: ठंड के चलते बोरसी कमरे में रख कर सोये थे, कयास लगाया जा रहा है कि बोरसी के धुएं से दम घुटने के कारण मौत हुई होगी और उनकी पत्नी नीरू शांति भगत अचेत हो गयी होंगी
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Posted by: Pritish Sahay