झारखंड: पूर्व विधायक संजीव सिंह आज हो सकते हैं डिस्चार्ज, पत्नी रागिनी बोलीं-हाईकोर्ट में दायर होगी एसएलपी
जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक को अस्पताल से डिस्चार्ज किये जाने की जानकारी मिलने पर शुक्रवार दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे उनकी पत्नी सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर पति के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
धनबाद: सीने में दर्द की शिकायत के बाद एसएनएमएमसीएच की सीसीयू में भर्ती झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह शनिवार को डिस्चार्ज हो सकते हैं. अस्पताल सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को एक मेडिकल बोर्ड ने संजीव सिंह के स्वास्थ्य की जांच की. जांच के बाद श्री सिंह को डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया गया. इसकी सूचना पर नाराज रागनी सिंह ने कहा कि राजनीतिक दबाव में संजीव सिंह के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. जानकारी के अनुसार इलाज में लापरवाही को लेकर संजीव सिंह के अधिवक्ता सोमवार को हाइकोर्ट में एसएलपी दायर करेंगे. पिटीशन में पूर्व विधायक को किसी हायर सेंटर भेजने और अस्पताल अधीक्षक डॉ एके बर्णवाल पर कार्रवाई की मांग होगी.
जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक को अस्पताल से डिस्चार्ज किये जाने की जानकारी मिलने पर शुक्रवार दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे उनकी पत्नी सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर पति के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. पत्रकारों से कहा कि उनके पति के स्वास्थ्य में किसी तरह का सुधार नहीं हो रहा है. शरीर के बायें हिस्से में कोई हलचल नहीं दिख रही. उन्होंने कहा कि संजीव सिंह अस्पताल घूमने नहीं आये हैं. स्थिति खराब है. समर्थकों को भी उनके पति से नहीं मिलने दिया जा रहा है.
रागिनी सिंह करीब दो घंटे तक अस्पताल में रहीं. सूचना पाकर अस्पताल अधीक्षक डॉ अरुण कुमार बरनवाल वहां पहुंचे. इस दौरान रागिनी ने संजीव सिंह को हो रही तकलीफ के बारे में उन्हें बताया. दोपहर ढाई बजे वह अस्पताल से लौट गयीं. सूत्रों के अनुसार अस्पताल प्रबंधन ने शुक्रवार शाम संजीव सिंह का डिस्चार्ज पेपर तैयार कर लिया है. डॉक्टर ने भी उस पर हस्ताक्षर कर दिया है. संभावना जतायी जा रही है कि शनिवार को संजीव सिंह को अस्पताल से जेल भेज दिया जायेगा.