राजमहल के पूर्व सांसद साेम मरांडी का रिम्स में निधन,CM हेमंत सोरेन व पूर्व CM बाबूलाल मरांडी ने जताया शोक
jharkhand news: राजमहल के पूर्व सांसद सह भाजपा नेता सोम मरांडी का बुधवार को निधन हो गया. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन पर सीएम हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी समेत अन्य नेताओं ने गहरा दुख प्रकट किया.
Jharkhand news: राजमहल लोकसभा के पूर्व सांसद सह भाजपा नेता सोम मरांडी का निधन बुधवार को रांची के रिम्स में इलाज के दौरान हृदय गति रुकने से हो गया. वह 58 वर्ष के थे. परिजनों ने बताया कि वह सोमवार को किसी काम के सिलसिले में रांची गये थे. इस क्रम में बुधवार को अचानक दिल का दौरा पड़ा. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था. उनका जन्म 7 जनवरी, 1964 को हुआ था. वह लिट्टीपाड़ा के रहने वाले थे. पहली बार उन्होंने भाजपा के टिकट पर वर्ष 1998 में मात्र 9 वोट से कांग्रेस के थॉमस हांसदा को हराया था.
सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक
भाजपा नेता सह राजमहल के पूर्व सांसद सोम मरांडी के निधन पर सीएम हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त किया है. साथ ही ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है.
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी समेत अन्य ने जताया शोक
वहीं,भाजपा नेता सोम मरांडी के निधन की सूचना मिलते ही पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी रिम्स पहुंचे. उन्होंने कहा कि सोम मरांडी के असामयिक निधन से मन व्यथित है. यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. सहसा यकीन नहीं हो रहा है कि कल तक सोम जी बिल्कुल स्वस्थ थे और आज हमारे बीच नहीं हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. वहीं, विधायक ममता देवी ने भी भाजपा नेता सोम मरांडी के निधन पर शोक जताते दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. साथ ही इस दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें.
संघ के कार्यों में शुरू से ही सक्रिय रहे
साेम मरांडी की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के ही स्कूल से हुआ था. उन्होंने मैट्रिक की पढ़ाई लिट्टीपाड़ा उच्च विद्यालय से पूरी की. इसके बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई उन्होंने बरहरवा कॉलेज से किया. इसके बाद स्नातक की पढ़ाई के लिए वह एसपी कॉलेज, दुमका चले गये. इस दौरान वह विश्व हिंदू परिषद से जुड़े. साथ ही संघ के कार्यों में काफी सक्रिय रहे. इसी दौरान वह भाजपा से जुड़े थे.
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2009 से 2014 तक जेवीएम में गये
पार्टी ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष, अनुसूचित जनजाति के राष्ट्रीय महामंत्री की भी जिम्मेदारी सौंपी थी. हालांकि, उन्होंने 2009 से 2014 तक जेवीएम में चले गये थे. इसके बाद दोबारा उनकी वापसी भाजपा में हुई. वह अपने पीछे 6 बेटी एवं एक बेटा छोड़ गये हैं. उनके निधन की खबर सुनकर लिट्टीपाड़ा सहित पूरी जिले में शोक की लहर है.
Posted By: Samir Ranjan.