साहिबगंज : साहिबगंज से 30 किलोमीटर दूर मंडरो प्रखंड के वन क्षेत्र में 10 करोड़ की लागत से विश्वस्तरीय फॉसिल्स पार्क बनकर तैयार है. मार्च में इस पार्क का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उदघाटन करेंगे. इसकी तैयारी में वन विभाग जुट गया है. बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट आॅफ पैलियोबोटनी की देखरेख में चार वर्ष पूर्व पार्क का निर्माण शुरू हुआ था. बताते चलें कि मंडरो व राजमहल की पहाड़ियों में डायनासोर से भी पुराना फॉसिल्स पाया जाता है.
जिसमें पेड़ का फॉसिल्स, पत्थर पर पत्ता की आकृति का फॉसिल्स दर्शनीय है. वहीं तालझारी प्रखंड के कटघर तालाब में चावल-दालनुमा फॉसिल्स पाया जाता है. मंडरो में देश-विदेश से छात्र-छात्राएं, शिक्षक व शोधकर्ता आकर शोध करते हैं. फॉसिल्स को संरक्षित करने के लिए भूगर्भशास्त्री व वैज्ञानिक, जिला प्रशासन और वन प्रमंडल प्रशासन ने एकजुट होकर फॉसिल्स पार्क बनाने व इसकी घेराबंदी कर के संरक्षित करने की मांग की थी. इस पर सरकार ने मांग को पूर्ण करते हुए फॉसिल्स पार्क का निर्माण कराया. मुख्यमंत्री खुद इस निर्माण कार्य का मॉनिटरिंग कर रहे थे.
रेलमार्ग, सड़क मार्ग या जलमार्ग के जरिये झारखंड के साहिबगंज जिला पहुंचे. जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर सड़क मार्ग के जरिये फॉसिल्स पार्क पहुंच सकते हैं. इसके अलावा साहिबगंज से मिर्जाचौकी रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां से सड़क मार्ग से आठ से 10 किलोमीटर फॉसिल्स पार्क दूर है.
रिपोर्ट : गुड्डू रजक, साहिबगंज