झारखंड में मौजूद हैं डायनासोर के अंडों के जीवाश्म!
Fossils of Dinosaur Eggs Exists in Jharkhand!: झारखंड के साहिबगंज जिला में ऐसे जीवाश्म मिले हैं, जो यह संकेत दे रहे हैं कि इस राज्य में डायनासोर के अंडों के जीवाश्म भी मिल सकते हैं. संथाल परगना में खुदाई के दौरान 15-20 करोड़ वर्ष पुरानी जीवाश्म पत्तियां मिली हैं.
साहिबगंज : झारखंड के साहिबगंज जिला में ऐसे जीवाश्म मिले हैं, जो यह संकेत दे रहे हैं कि इस राज्य में डायनासोर के अंडों के जीवाश्म भी मिल सकते हैं. संथाल परगना में स्थित साहिबगंज जिला में खुदाई के दौरान भू-वैज्ञानिकों को लगभग 15-20 करोड़ वर्ष पुरानी जीवाश्म पत्तियां मिली हैं.
साहिबगंज पीजी कॉलेज के सहायक प्रोफेसर एवं भू-वैज्ञानिक रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि तालझाड़ी इलाके के दुधकोल पर्वत पर शनिवार को कुछ जीवाश्म पत्तियां मिलीं. उन्होंने बताया कि आगे की खुदाई अभी जारी है.
रंजीत कुमार सिंह यह खुदाई केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक परियोजना के तहत राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के सहयोग से कर रहे हैं. श्री सिंह ने रविवार को मीडिया को यह जानकारी दी.
श्री सिंह ने कहा, ‘शाकाहारी डायनासोर ऐसी पत्तियों को खाते थे. हमें आगे की खुदाई में डायनासोर के अंडों के जीवाश्म भी मिल सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारा दल इस क्षेत्र में पिछले 12 वर्षों से काम कर रहा है, लेकिन इससे पहले हमें इस तरह के प्रमुख जीवाश्म नहीं मिले.’
श्री सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में और अधिक जीवाश्म मिलने की संभावनाएं हैं. ज्ञात हो कि दुधकोल गांव के डुमरी पहाड़ पर गुरुवार को पत्थर में भगवान शिव-पार्वती की आकृति जैसी मूर्ति गांव के एक बच्चे को डुमरी पहाड़ पर मिली.
मूर्ति को गांव के समीप ही एक वृक्ष के नीचे रख दिया गया. इसकी जानकारी गांव के लोगों को दी गयी. इसके बाद ग्रामीणों के लिए यह स्थल आस्था का केंद्र बन गया. शनिवार को गांव के गुरु बाबा सहित लगभग 500 से अधिक लोगों ने पूजा-अर्चना की.
Posted By : Mithilesh Jha