सुपौल में कोसी नदी घूमने के दौरान फोटो सूट करने में डूबे एक ही परिवार के चार सदस्य, एक युवक की मौत
सुपौल में कोसी नदी में फोटो सूट करने के दौरान पैर फिसलने से एक महिला सहित तीन युवक नदी में डूब गये. डूबने से एक युवक की मौत हो गई वहीं बाकी सभी का अभी इलाज चल रहा है.
सुपौल सदर थाना क्षेत्र के पूर्वी कोसी तटबंध नरहैया घाट पर कोसी नदी में फोटो सूट करने के दौरान पैर फिसलने से एक महिला सहित तीन युवक नदी में डूब गये. स्थानीय लोगों की मदद से एक महिला व दो युवकों को बाहर निकाल लिया गया. लेकिन एक युवक घंटों लापता रहा. जिसके बाद घटना की जानकारी सदर अंचलाधिकारी सहित एनडीआरएफ टीम को दी गयी.
देर शाम युवक को बाहर निकाला गया
घटनास्थल पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद देर शाम युवक को बाहर निकाला गया. लेकिन तब की उसकी मौत हो गयी थी. वहीं अन्य दो युवक एवं एक महिला का उपचार शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया.
कोसी नदी का भ्रमण करने गये थे परिवार के सदस्य
शहर के वार्ड नंबर 12 निवासी मो इसराइल ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके घर शादी थी. जिसमें सभी रिश्तेदार आए हुए थे. उसमें उनके चचेरे भाई मो हारिश, मो युसुफ, तानिया, नाजमा खातून गुरुवार को घूमने के लिये कोसी नदी किनारे गये थे. इस दौरान दिन के करीब 03 बजे कोसी नदी के नरहैया घाट पर चार लोग पानी में खड़े थे और बाहर खड़ी होकर तानिया उनका फोटो खींच रही थी.
युवक घंटों रहा लापता
फोटो खिचने के दौरान मो हारिश का पैर पानी में फिसल गया. उसे बचाने के क्रम में नाजमा और युसुफ गहरे पानी में डूब गये. बताया कि स्थानीय लोगों की मदद से नाजमा और युसुफ को बचा लिया गया. लेकिन मो हारिश घंटों लापता रहा. घटना की जानकारी स्थानीय जन प्रतिनिधि सहित अंचलाधिकारी एवं एनडीआरएफ की टीम को दी गयी. एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने के बाद करीब एक घंटे खोजबीन करने पर शाम के करीब 06 बजे मो हारिश का शव कोसी नदी से बरामद किया गया.
इलाज में लापरवाही को लेकर परिजनों ने किया हंगामा
इधर मो युसुफ व नाजमा खातून पानी में डूबने के कारण बेहोश हो गयी. जिसे आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन बेहतर तरीके से उपचार नहीं करने पर परिजनों द्वारा लापरवाही का आरोप लगा कर सदर अस्पताल में हो-हंगामा किया गया. जिसके बाद घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझा कर शांत कराया. जिसके बाद परिजनों द्वारा दोनों को शहर के एक निजी क्लिनिक में इलाज हेतु भर्ती कराया गया. घटना के बाद सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुट गयी.