Corona Virus : कोरोना के और चार संदिग्ध मरीज मिले
कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. चीन फैला इस वायरस से भारत में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. बंगाल में भी कोरोना पीड़ित एक मरीज मिला है. इस स्थिति राज्य के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को हाइ अलर्ट पर रखा गया है.
कोलकाता : कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. चीन फैला इस वायरस से भारत में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. बंगाल में भी कोरोना पीड़ित एक मरीज मिला है. इस स्थिति राज्य के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को हाइ अलर्ट पर रखा गया है. वहीं गुरूवार को कोरोना के चार संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया. दो को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. जबकि अन्य दो संदिग्ध डेंटल कॉलेज की छात्रा है, जिन्हें एनआरएस मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जिन्हें बाद में छुट्टी दे दी गयी.
उधर, वायरस की भयावहता को देखते एनआरएस मेडिकल मेडिकल कॉलेज में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जहां अस्पताल फीवर क्लीनिक खोले जाने व थर्मल स्कैनर (गन) की व्यवस्था किये जाने का निर्णय लिया गया.
गुरुवार से ही अस्पताल में फीवर क्लीनिक चालू की गयी है, जबकि सोमवार तक अस्पताल में थर्मल गन उपलब्ध हो जायेगा. यह जानकारी द्विपायन विश्वास ने दी. उन्होंने बताया कि अस्पताल के दोनों प्रवेश द्वारा पर थर्मल स्कैनर मशीन को उपलब्ध रखा जायेगा. अस्पताल आने वाले सभी लोगों के बॉडी टेंपरेचर की जांच की जायेगी. शरीर का तापमान अधिक होने पर उन्हे अस्पताल में फीवर क्लीन भेज दिया जायेगा. इसी तरह अस्पताल के इंडोर विभाग में भीड़ को कम करने के लिए एक मरीज के साथ एक या दो से अधिक परिजनों को घुसने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
इंटर्न छात्राओं को मिली छुट्टी
कोलकाता. डॉ आर अहमद डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मास्टर इन डेंटल सर्जरी (एमडीएस) की पढ़ाई करनेवालीं दो छात्राओं को गुरुवार को कोरोना वायरस से पीड़ित होने के संदेह पर नील रतन सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. हालांकि दोपहर बाद दोनों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. इस बारे में एनआरएस के डिप्टी सुपर डॉ द्विपायन विश्वास ने बताया कि एक सेमिनार में हिस्सा लेने दोनों छात्राएं कोच्चि गयी थीं. लौटने के बाद ऐहतियात के तौर पर दोनों का अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. हालांकि किसी तरह के लक्षण नहीं देखे जाने पर दोनों को बाद में अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी.