Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली की सड़कें खून की प्यासी हो गई हैं. हर दिन 5 से 7 लोगों की जान ले रही हैं. पिछले वर्ष हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या 700 से अधिक थी. इस वर्ष 3 महीने में ही 300 से अधिक की मौत हो चुकीं है. इसके बाद भी परिवहन और यातायात विभाग की नींद नहीं जाग रही है. बरेली के ब्लैक स्पॉट चिन्हित होने के बाद भी दुरुस्त नहीं किए गए हैं. हालांकि, हादसों के लिए टूटी सड़क और सड़कों के गड्डे भी जिम्मेदार हैं.
शहर के कैंट थाना क्षेत्र की नगर पंचायत ठिरिया निजावत खां निवासी सलीम की पत्नी शाहिदा (48 वर्ष) अपने पुत्र साजिद के साथ दरगाह पर आई थीं. वह दरगाह पर हाजिरी के बाद स्कूटी से बेटे के साथ लौट लौट रहीं थी. कंपनी गार्डन गेट के पास तेजी से आ रही एक ट्रैक्टर ट्राली ने स्कूटी में टक्कर मार दी. इससे शाहिदा गंभीर रूप से घायल हो गई. उनको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन रास्ते में ही शाहिदा की मौत हो गई. उनका पुत्र साजिद भी घायल है. पुलिस ने ट्रैक्टर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है.
बहेड़ी थाना क्षेत्र के अहमदाबाद गांव निवासी सत्य प्रकाश (30 वर्ष) अपने दोस्त के साथ बाइक से गया था. वहां से लौटते समय बाइक में अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी. इससे सत्य प्रकाश और देवरनिया थाना क्षेत्र के गिरधरपुर गांव निवासी राजपाल गंभीर रूप से घायल हो गए. इनको गंभीर हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. कैंट थाना क्षेत्र के कांधरपुर गांव निवासी अशोक कश्यप (29 वर्ष) की सड़क हादसे में मौत हो गई. उनकी बाइक को बदायूं रोड पर भमौरा पर सामने से आ रही बाइक ने टक्कर मारी थी. जिसके चलते गंभीर हालत में इलाज को भर्ती किया.मगर, इलाज के दौरान अशोक कश्यप की मौत हो गई.
पीलीभीत के बीसलपुर थाना क्षेत्र मीरपुर गांव निवासी मोनू (28 वर्ष) को गंभीर हालत में बरेली के निजी अस्पताल में इलाज को भर्ती किया गया था.उसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई. मोनू शाहजहांपुर जनपद के निगोही थाना क्षेत्र के दुधना गांव स्थित ननिहाल से लौट रहा था. रास्ते में बाइक में टक्कर मार दी.
फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के औंध गांव के पास सड़क दुर्घटना में सतुईया खास गांव निवासी रामेश्वर दयाल (45 वर्ष) की मौत हो गई.उनके गांव के ही तीरथ राम गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. मृतक के परिजनों ने बताया कि रामेश्वर अपने दोस्त तीरथ राम के साथ रामपुर मिलक थाना क्षेत्र के जियोयार गांव निवासी एक रिश्तेदार के घर गमी की होली मिलने के लिए गया था.
दोनों वापस अपने घर लौट रहे थे, लेकिन औंध गांव के पास जब सड़क पार करने के लिए डिवाइडर पर बने कट के पास खड़े थे. उसी दौरान अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी.उनकी बाइक डिवाइडर से जा टकराई. दोनों बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए.हादसे के बाद टक्कर मारने वाला वाहन फरार हो गया.घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया.मगर, रामेश्वर दयाल की इलाज के दौरान मौत हो गई.
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देहात के क्योंलड़िया थाना क्षेत्र के गुलरिया गांव निवासी मोतीराम के बेटे राजेश कुमार (20 वर्ष) की इलाज के दौरान निजी अस्पताल में मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने बताया कि राजेश कुमार का विवाह पिछले वर्ष 20 जून को मीरगंज के मदनापुर गांव निवासी शशि से हुआ था. होली से लगभग एक सप्ताह पूर्व शशि राजेश से झगड़ा करने के बाद अपने मायके चली गई, और राजेश किच्छा के लालपुर स्थित फैक्ट्री में काम करने चला गया.
होली के अवसर पर राजेश को पत्नी शशि ने फोन करके अपने पास बुलाया था. वह पत्नी से मिलने के लिए ससुराल गया.बताया जाता है कि ससुराल में पत्नी और ससुरालियों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. इससे राजेश ने जहरीला पदार्थ खा लिया. उसका शव ज्योरा गांव के पास बेहोशी की हालत में मिला था.परिजनों ने इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. उसकी मौत हो गई. परिजनों ने पुलिस से पत्नी और ससुरालियों को जिम्मेदार बताया. इसके साथ ही पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने की तहरीर दी है.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद बरेली