हजारीबाग, आरिफ. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी से टीचिंग लर्निंग मटेरियल प्रशिक्षण लेकर झारखंड के चार शिक्षक लौट आये हैं. अब ये चार शिक्षक प्रदेश में अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे. बेंगलुरु में जिन लोगों ने प्रशिक्षण लिया है, उनमें हजारीबाग जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के रंजीत कुमार वर्मा भी हैं.
5 दिन तक बेंगलुरु में झारखंड के 4 लोगों को मिला प्रशिक्षण
रंजीत कुमार के अलावा देवघर के विनोद कुमार दास, बोकारो के अमाउद्दीन रागिब एवं जेसीईआरटी स्टेट रिसोर्स ग्रुप की सदस्य नीतू कुमारी ने भी अजीम प्रेमी यूनिवर्सिटी से ट्रेनिंग ली है. सभी को झारखंड एजुकेशन प्रोजेक्ट काउंसिल ने बेंगलुरु भेजा था. बेंगलुरु के अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में केयर इंडिया के सौजन्य से इन्हें 5 दिन (9 जनवरी से 13 जनवरी 2023) तक प्रशिक्षित किया गया.
टीचर्स की ट्रेनिंग का ये है उद्देश्य
यह जानकारी रविवार को रंजीत कुमार वर्मा ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य के अधिकांश सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा एक से तीन के विद्यार्थियों में गणित की समझ को बढ़ाना है. आगे जीरो से आठ वर्ष के बच्चों में समग्र विकास के लिए मूलभूत साक्षरता एवं संख्या की गणना का कार्यक्रम शुरू किया जायेगा. इसके लिए समय-समय पर जेसीईआरटी राज्य के जिलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करेगा.
Also Read: Jharkhand News: हजारीबाग के टीचर्स की सूची में भारी गड़बड़ी, लिस्ट में मृत शिक्षिका का नाम भी शामिल
झारखंड के टीचर्स ने बेंगलुरु में क्या देखा
इसमें प्रशिक्षित शिक्षक बाकी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे. श्री वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशाला में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ स्वाति सरकार ने टीचिंग लर्निंग मेटेरियल (टीएलएम) की जानकारी दी है. स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक विद्यालय का भ्रमण कराया गया. वहीं, बेंगलुरु में घूम-घूमकर कई जगहों पर ‘नल्ली कल्ली’ शिक्षण कार्यक्रम भी दिखाया गया. इसमें केयर इंडिया के सुशांत पाणी, मृणाल मिश्रा एवं जय किशन शामिल थे.