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PM Awas Yojana: पीएम आवास योजना की राशि में बड़ी धांधली का हुआ खुलासा, जरूरतमंद कर रहे इंतजार, दूसरे उठा ले गए फायदा

परिहार प्रखंड की परसंडी पंचायत में रेवड़ी की तरह पीएम आवास(pm awas yojana) की राशि बांटी गई है. यह सच्चाई है. एक पल के लिए इस बात पर यकीन नहीं होगा, पर जांच में कुछ यही सच्चाई सामने आई है. धरातल पर जांच-पड़ताल के बाद उक्त पंचायत का आवास सहायक बेनकाब हो गया है. अब उसपर कार्रवाई तय है. रिपोर्ट मिलने पर डीडीसी तरनजीत सिंह ने परिहार बीडीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2020 9:58 AM

परिहार प्रखंड की परसंडी पंचायत में रेवड़ी की तरह पीएम आवास(pm awas yojana) की राशि बांटी गई है. यह सच्चाई है. एक पल के लिए इस बात पर यकीन नहीं होगा, पर जांच में कुछ यही सच्चाई सामने आई है. धरातल पर जांच-पड़ताल के बाद उक्त पंचायत का आवास सहायक बेनकाब हो गया है. अब उसपर कार्रवाई तय है. रिपोर्ट मिलने पर डीडीसी तरनजीत सिंह ने परिहार बीडीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

जांच में सच आया सामने

गौरतलब है कि उक्त पंचायत के इंदरवा गांव के विजय राय ने पीएम आवास योजना के बारे में शिकायत की थी. इसके आलोक में डीडीसी ने एसडीसी मिशा रंजना को जांच सौंपी थी. राय ने शिकायत की थी कि 23 अयोग्य लोगों को पीएम आवास का लाभ दिया गया है. उक्त लाभुकों की सूची भी सौंपी थी.

23 में से 17 अयोग्य लोगों को आवास योजना का लाभ

जांच में एसडीसी ने पाया कि वास्तव में 23 में से 17 अयोग्य लोगों को आवास योजना से लाभान्वित कराया गया है. यह भी पाया कि कुछ लोग राशि प्राप्त करने के बावजूद आवास का निर्माण शुरू नहीं कराए है. एसडीसी ने धरातल पर भौतिक सत्यापन के क्रम में पाया कि बहुत सारे लोग जो आवास योजना के योग्य है, उन्हें इसके लाभ से अबतक वंचित रखा गया है.

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कथित ऑडियो वायरल

क्या थी मुख्य शिकायत

श्री राय ने बीडीओ, डीडीसी व डीएम को आवेदन देकर शिकायत की थी कि आवास सहायक द्वारा पीएम आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में नाम जोड़ने के लिए अवैध उगाही करता है. अवैध राशि देने वाले का ही नाम जोड़ता है. कहा था कि आवास सहायक द्वारा उगाही कर प्रतीक्षा सूची में एक ही परिवार के तीन से चार लोगों का नाम शामिल कर लिया गया है. यहां तक कि बिना आवास बनाए ही भुगतान भी करा दिया गया है. श्री राय की माने, तो तीन किस्त भुगतान पा लेने के बावजूद कुछ लोगों द्वारा आवास का निर्माण पूरा नहीं कराया गया है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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