बंगाल में फिर तृणमूल की सरकार बनी, तो सबको मुफ्त में मिलेगा राशन, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कूचबिहार में एलान
West Bengal Election 2021, Bengal Chunav: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में यदि फिर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सरकार बनी, तो सभी लोगों को मुफ्त में राशन दिया जायेगा. कूचबिहार में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने बुधवार (16 दिसंबर, 2020) को यह एलान किया.
West Bengal Election 2021, Bengal Chunav: कूचबिहार : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में यदि फिर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सरकार बनी, तो सभी लोगों को मुफ्त में राशन दिया जायेगा. कूचबिहार में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने बुधवार (16 दिसंबर, 2020) को यह एलान किया.
उन्होंने लोगों से कहा कि यदि उन्हें सरकारी सुविधा का लाभ चाहिए, तो ‘दुआरे सरकार’ अभियान में जायें. किसी को किसी भी सरकारी योजना से वंचित नहीं किया जायेगा. ममता बनर्जी ने इसी सभा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वाले रुपये दे रहे हैं. उनके रुपये को हाथ मत लगाइएगा.
ममता बनर्जी ने भाजपा पर शांत कूचबिहार को अशांत करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हम कूचबिहार में हार गये. चुनाव में जो लोग जीते थे, आज वे लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग चुनाव में जीते हैं, इसलिए कूचबिहार को अशांत कर रहे हैं. हमने जिन्हें भगा दिया था, उन्हीं लोगों को इन्होंने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया.
ममता बनर्जी ने कहा कि वह वोट की लालच में बंगाली-राजवंशी का भेद नहीं करतीं. बंगाली-राजवंशी में विवाद नहीं फैलातीं. उन्होंने प्रवासी श्रमिकों का दर्द भी लोगों को याद दिलाया. कहा कि परदेस में काम करने गये लोगों को उनके घर लौटने का किराया तक केंद्र ने नहीं दिया. सरकार ने उनकी वापसी के लिए बस और ट्रेन की व्यवस्था की. उस वक्त सीपीएम और भाजपा वाले कहां थे?
निजी स्वार्थ के लिए तृणमूल छोड़ रहे हैं लोग
ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वालों को स्वार्थी करार दिया. कहा कि लोग निजी स्वार्थ के लिए पार्टी छोड़ रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा, ‘वस्त्र बदले जाते हैं. आदर्श नहीं बदलते.’ उन्होंने कहा, ‘जो लोग शुरू से तृणमूल कांग्रेस में हैं, वे अंत तक तृणमूल के साथ ही रहेंगे. दो-एक लोग चले जाते हैं. पोशाक बदले जा सकते हैं, लेकिन आदर्श नहीं बदले जाते.’
Posted By : Mithilesh Jha