फल कारोबारी बबलू मोदी हत्याकांड में पुलिस ने पत्नी को भेजा जेल, मर्डर के कारणों का नहीं हुआ है खुलासा

मृतक पिछले पांच वर्षों से चंदवारा पुराना थाना के समीप फल की दुकान लगाता था और चंदवारा में अपनी बहन के घर में किराये पर अपने पिता व पत्नी के साथ रहता था. घटना को लेकर मृतक के पिता रामचंद्र मोदी ने चंदवारा थाना में आवेदन देकर अज्ञात लोगों द्वारा उनके पुत्र की हत्या का आरोप लगाया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2023 9:28 PM
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चंदवारा (कोडरमा): जयनगर निवासी फल व्यवसायी बबलू मोदी हत्याकांड में चंदवारा पुलिस ने मृतक की पत्नी ज्योति देवी को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया. हालांकि पुलिस द्वारा हत्या के कारणों का खुलासा अभी तक नहीं किया गया है. पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने से बच रही है. सूत्रों के अनुसार हत्या मामले में ज्योति की गिरफ्तारी गिरिडीह के बिरनी थाना क्षेत्र के बंगराखुर्द स्थित उसके मायके से की गई है. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है.

हत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं

आपको बता दें कि चंदवारा थाना के पिपराडीह रेलवे ट्रैक पर 30 अप्रैल को बबलू मोदी की रहस्यमय ढंग से हत्या कर शव को फेंक दिया गया था. इस मामले में कांड संख्या 32/2023 दर्ज किया गया था. इस संबंध में अब तक बबलू मोदी की पत्नी से चंदवारा पुलिस कई बार पूछताछ कर चुकी है, लेकिन हत्या का अब भी खुलासा नहीं हो पाया है. मृतक पिछले पांच वर्षों से चंदवारा पुराना थाना के समीप फल की दुकान लगाता था और चंदवारा में अपनी बहन के घर में किराये पर अपने पिता व पत्नी के साथ रहता था. घटना को लेकर मृतक के पिता रामचंद्र मोदी ने चंदवारा थाना में आवेदन देकर अज्ञात लोगों द्वारा उनके पुत्र की हत्या कर पिपराडीह स्टेशन के रेल पटरी के किनारे फेंक देने का आरोप लगाया था.

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चंदवारा थाने के पुलिसकर्मी के फोन करने पर निकला था बाहर

आवेदन में मृतक के पिता ने कहा था कि उनका बेटा बबलू प्रतिदिन की तरह 29 अप्रैल की रात्रि 10.30 बजे दुकान बंद कर घर लौटा. तभी थाना के एक स्टाफ आदित्य शर्मा का फोन उनके बेटे के मोबाइल पर आया था, जिसके बाद उनका बेटा घर के बाहर निकल गया. रात काफी देर तक वापस नहीं लौटने पर उनके परिजन द्वारा आसपास खोजबीन की गई, लेकिन कहीं पता नहीं चला. 30 अप्रैल की सुबह उनके पुत्र बबलू का शव पिपराडीह स्टेशन के रेलवे पटरी के किनारे पड़ा हुआ मिला. इस हत्याकांड का खुलासा नहीं होने की वजह से लोगों में आक्रोश भी बढ़ा था. इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे थे. चूंकि घटना के दिन चंदवारा थाना में ही कार्यरत एक पुलिसकर्मी के बुलावे पर बबलू घर से बाहर निकला था.

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