Gajlaxmi Rajyog: गजकेसरी, गजलक्ष्मी व आयुष्मान राजयोग में होगा नए साल 2024 का शुभारंभ
31 दिसंबर को गुरु का मेष राशि में मार्गी होने से गजलक्ष्मी योग तथा एक जनवरी 2024 की अहले सुबह से आयुष्मान योग भी रहेगा. इसके अलावे इस दिन सूर्य व मंगल धनु राशि में, शनि कुंभ, राहु मीन, केतु कन्या, बुध व शुक्र वृश्चिक राशि में रहेंगे.
वर्ष 2023 की विदाई का वक्त नजदीक आ गया है. नये साल 2024 के आने में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है. नया साल 2024 सभी के लिए नयी उम्मीदें, नये सपने, नया लक्ष्य व चुनौतियों का सामना करने का साल होगा. नये साल को बेहतर बनाने के लिए नये-नये संकल्प ले रहे हैं. नया साल 2024 सभी के जीवन में ढेर सारी उम्मीदें लेकर आने वाला वर्ष होगा.
नये वर्ष 2024 के स्वागत की तैयारियां चरम पर है. साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर 2023 (रविवार) की मध्यरात्रि में 12:00 बजते ही सन 2024 का आगाज हो जायेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नया साल सभी के लिए बेहतर और शुभ रहेगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नववर्ष 2024 का आरंभ पौष कृष्ण पंचमी दिन सोमवार को तीन राजयोग एवं दो नक्षत्रों के युग्म संयोग में होगा. नये साल के पहले दिन देवगुरु बृहस्पति अपनी स्वराशि मेष में व चन्द्रमा के सिंह राशि में विद्यमान होने से गुरु की सीधी दृष्टि चन्द्रमा पर पड़ने से गजकेसरी योग का संयोग बन रहा है.
वहीं 31 दिसंबर को गुरु का मेष राशि में मार्गी होने से गजलक्ष्मी योग तथा एक जनवरी 2024 की अहले सुबह से आयुष्मान योग भी रहेगा. इसके अलावे इस दिन सूर्य व मंगल धनु राशि में, शनि कुंभ, राहु मीन, केतु कन्या, बुध व शुक्र वृश्चिक राशि में रहेंगे. साथ ही इस दिन सुबह 7:29 बजे तक मघा नक्षत्र तथा इसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा.
हिन्दू धर्मावलंबी नये साल की शुरुआत भगवान की पूजा से करते है. ऐसे मान्यता है कि नये साल का आगाज प्रभु के आशीर्वाद से करने से पूरा साल अच्छा होता है तथा आने वाली सभी समस्याएं दूर रहती हैं. इस बार नया साल सोमवार के दिन से शुरू हो रहा है.
सोमवार का दिन चन्द्रमा एवं भगवान शिव को समर्पित है. चंद्र ग्रह के शुभ प्रभाव से जातक को मानसिक शांति, कलह, मनोरोग, चिड़चिड़ापन, खालीपन से छुटकारा मिलता है. वहीं तीन राजयोग में भगवान भोलेनाथ को जलार्पण, रुद्राभिषेक व पार्थिव पूजन करने से सभी प्रकार के समस्याओं से निजात मिलेगी.
नववर्ष 2024 वर्ष 2023 से ज्यादा राहत भरा व प्रगति कारक रहेगा. वर्ष 2024 में पांच गुरु-पुष्य योग व तीन रवि-पुष्य योग बनेंगे. नया साल आर्थिक दृष्टि से उत्तम रहने वाला है. वर्ष 2024 के आरंभ से ही भारत की वृद्धि में ग्रहों की चाल वरदान साबित होंगे. नववर्ष में व्यवसायिक क्षेत्र से जुड़े जातकों की उन्नति होगी.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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