WB News : गलसी ब्लॉक-2 विपक्ष के कब्जे से निकली सांको ग्राम पंचायत

माकपा के पूर्व बर्दवान जिला कमेटी के सचिव सैयद हुसैन ने कहा, उन्हें मामले का पता नहीं है. इसके अलावा जिन लोगों ने पार्टी बदली है, वे हमारी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन आसन्न आम चुनाव के पहले यह भाजपा, कांग्रेस व फारवर्ड ब्लॉक के लिए बड़ा झटका है.

By Shinki Singh | January 31, 2024 6:37 PM

पानागढ़, मुकेश तिवारी : इस वर्ष होनेवाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पहले ही पूर्व बर्दवान के गलसी-2 ब्लॉक की सांको ग्राम पंचायत विपक्ष के हाथ से खिसक गयी. कांग्रेस के एक सदस्य के पाला बदल कर तृणमूल में चले जाने से पंचायत भंग हो गयी. उक्त पंचायत पर अब तृणमूल कांग्रेस ने अपना दावा किया है. कांग्रेस के पंचायत सदस्य का तृणमूल के पूर्व बर्दवान जिलाध्यक्ष रवींद्रनाथ चटर्जी ने पार्टी का झंडा थमा कर तृणमूल में स्वागत किया. ऐसे में विपक्षी दलों के जीते पंचायत सदस्यों के गठजोड़ से बनी पंचायत भंग हो गयी. कांग्रेस प्रमुख और एक कांग्रेस सदस्य दल-बदल कर तृणमूल में चले गये. रवींद्रनाथ चटर्जी ने कहा, “सांको ग्राम पंचायत के मुखिया व उसके पंचायत सदस्य ने ममता बनर्जी के विकास कार्यों को देखते हुए तृणमूल से जुड़ने की इच्छा जतायी थी, जिसे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मंजूरी मिल गयी है. इसके बाद दोनों सदस्यों को तृणमूल में शामिल कर लिया है.

तृणमूल में शामिल होने से सांको पंचायत विपक्ष के हाथ से निकल गयी

दरअसल, तृणमूल में शामिल होने से सांको पंचायत विपक्ष के हाथ से निकल गयी. ध्यान रहे कि पिछले पंचायत चुनाव में विपक्षी गठबंधन ने गलसी ब्लॉक-2 के सांको पंचायत पर कब्जा कर लिया था. इस ग्राम पंचायत में कुल 13 सीटें हैं. जिनमें पिछले पंचायत चुनाव में तृणमूल ने छह सीटें और चार सीटें भाजपा ने जीती थीं. कांग्रेस, फॉरवर्ड ब्लॉक व माकपा ने एक-एक सीट जीती थी. विपक्ष ने एकजुट होकर सत्तापक्ष को दबाव में रखने के लिए पंचायत बोर्ड बनाया. फॉरवर्ड ब्लॉक की सदस्य शिखा सांतरा को प्रधान का पद दिया गया. बीते सोमवार को शिखा सांतरा व कांग्रेस सदस्य मोहम्मद शहीदुल्ला ने गलसी ब्लॉक-2 के तृणमूल नेतृत्व से सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने की ख्वाहिश जतायी थी.

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कांग्रेस व फॉरवर्ड ब्लॉक के दोनों सदस्यों पर सत्ताधारी पार्टी से जुड़ने का दबाव

हालांकि विपक्ष का आरोप है कि कांग्रेस व फॉरवर्ड ब्लॉक के दोनों सदस्यों पर सत्ताधारी पार्टी से जुड़ने का दबाव बनाया गया. इस पर रवींद्रनाथ चटर्जी ने कहा, यदि दोनों नेताओं को धमकाया गया होता, तो वे पुलिस को सूचित करते. ये आरोप निराधार हैं. चुनाव जीतने के बाद व्यक्ति जनता के लिए लड़ता है. पर काम नहीं कर पाने के कारण वे हमारे साथ आ गये. इस घटनाक्रम पर सांको ग्राम पंचायत के भाजपा के उप-प्रधान रहे सुनील मांडी ने कहा, इस मुद्दे पर पार्टी व अन्य सदस्यों से बातचीत की जायेगी. फिर अगला कदम तय होगा.

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कांग्रेस व फॉरवर्ड ब्लॉक के एक-एक सदस्य पाला बदल तृणमूल से जुड़े

उधर, फॉरवर्ड ब्लॉक की पूर्व बर्दवान जिला कमेटी की सदस्य माधवी दास ने कहा, सांको ग्राम पंचायत की प्रधान रहीं और हमारी पार्टी के पंचायत सदस्य ने अपनी मर्जी से पार्टी छोड़ दी है. इससे पहले हमसे चर्चा नहीं की. माकपा के पूर्व बर्दवान जिला कमेटी के सचिव सैयद हुसैन ने कहा, उन्हें मामले का पता नहीं है. इसके अलावा जिन लोगों ने पार्टी बदली है, वे हमारी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन आसन्न आम चुनाव के पहले यह भाजपा, कांग्रेस व फारवर्ड ब्लॉक के लिए बड़ा झटका है.

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