Gandhi Jayanti 2023: गुजरात भारत का एक प्रमुख राज्य है. जिसकी राजधानी गांधीनगर है. इसका इतिहास भी बहुत प्राचीन है. गुजरात के पोरबंदर में महात्मा गांधी पैदा हुए थे. हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है. कल यानी सोमवार को भारत में बड़े ही धूमधाम से गांधी जंयती मनाया जाएगा. इस दिन देश में सभी ऑफिस और कार्यालय में छुट्टी रहेगी. चलिए जानते हैं गांधी जी के आश्रमों के बारे में.
साबरमती आश्रम
सोमवार को यानी 2 अक्टूबर के दिन आप अपनी फैमिली के संग साबरमती आश्रम घूमने जा सकते हैं. साबरमती आश्रम (Sabarmati Ashram) को महात्मा गांधी के द्वारा स्थापित किया गया था. यह आश्रम महात्मा गांधी के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय उनकी आधारशिला के रूप में कार्य किया.
साबरमती आश्रम की स्थापना 25 मई, 1915 को महात्मा गांधी ने की थी. आश्रम का निर्माण दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद भारत में गांधीजी के पहले आश्रम के रूप में किया गया था. आश्रम को अहमदाबाद के कोचरब क्षेत्र में स्थापित किया गया था. 17 जून 1917 को आश्रम को साबरमती नदी के किनारे खुली जमीन के भूभाग पर स्थानांतरित कर दिया गया. तब से इसे साबरमती आश्रम के नाम से जाना जाता है. बता दें साबरमती आश्रम को सत्याग्रह आश्रम के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि सत्याग्रह आंदोलन की नींव यहीं से शुरू हुई थी.
कोचरब आश्रम
कोचरब आश्रम (Kochrab Ashram) महात्मा गांधी के द्वारा स्थापित गुजरात में स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल था. यह आश्रम महात्मा गांधी के सत्याग्रह और आध्यात्मिक अभियान का केंद्र था. इस आश्रम का स्थापना महात्मा गांधी ने 1915 में की थी, जब वह गुजरात के अहमदाबाद में लौटकर आए थे. यह आश्रम महात्मा गांधी के सत्याग्रह के आध्यात्मिक और आदर्श जीवन के आधार पर आधारित है. इस आश्रम में आज महात्मा गांधी के जीवन और उसके सत्याग्रह को संजोकर रखा गया है.
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बात हो रही है गांधी जी के आश्रम की तो उन्हीं में से एक है सेवाग्राम आश्रम. जो महात्मा गांधी द्वारा स्थापित दूसरा महत्वपूर्ण आश्रम है. यह आश्रम महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित है. गांधीजी ने इस आश्रम की स्थापना 1936 में की थी. इस आश्रम का नाम पहले शेगांव था, जिसे गांधीजी ने बदलकर सेवाग्राम रखा. गांधीजी ने इस आश्रम को अपने रचनात्मक कार्यक्रमों और राजनीतिक आंदोलन के संचालन के लिए केंद्र बनाया था. यह आश्रम महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप ग्रामीण भारत के पुनर्निर्माण का केंद्र भी था. सेवाग्राम आश्रम एक अनोखी जगह है. यहाँ आकर आत्मशांति और गांधी दर्शन की अच्छी जानकारी मिलती है.