Ganesh Chaturthi 2023: आज घर-घर पधारे गणपति बप्पा, जानें ज्योतिषाचार्य से गणेश पूजा से संबंधित जरूरी बातें

Ganesh Chaturthi 2023: आज से गणेशोत्सव शुरू हो गया है. भाद्रपद मास के चौथे दिन (चतुर्थी) से गणेश पूजा शुरू होता है. इस दिन को गणेश जी का जन्मदिन और उन्हें घर लाने का सबसे शुभ दिन माना जाता है.

By Radheshyam Kushwaha | September 19, 2023 9:12 AM

Ganesh Chaturthi 2023: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि आज है. गणेश उत्सव की शुरुआत आज से हो चुकी है. आज से 10 दिनों का गणेशोत्सव प्रारंभ हो जाता है, जो अनंत चतुर्दशी यानि भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि को गणेश विसर्जन तक चलता है. गणेश चतुर्थी यानि आज लोग गणपति बप्पा को अपने घर पर लाते हैं, उनकी स्थापना करके 10 दिनों तक पूजा-अर्चना करते हैं. बप्पा के आगमन से जीवन में सुख और समृद्धि आती है और विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं. आइए जानते है ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री से कि इस दौरान किस बात का ध्यान रखना जरूरी है.

गणेश चतुर्थी 2023 पूजा मुहूर्त और शुभ योग

ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री ने बताया कि चतुर्थी तिथि 19 सितंबर दिन मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि को देखते हुए 19 सितंबर दिन मंगलवार यानि आज पूरे दिन गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा. आज रवि योग बना है, जो सुबह 06 बजकर 08 मिनट से 01 बजकर 48 मिनट तक है. गणेश चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 01 मिनट से 01 बजकर 28 मिनट तक है.

गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त कब है?

गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना भी शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए. ऐसे में गणपति बप्पा को घर लाने और उनकी स्थापना का शुभ मुहूर्त 19 सितंबर 2023 की सुबह 11 बजकर 7 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा.

Also Read: Ganesh Chaturthi 2023: आज से गणेशोत्सव शुरू, गणेश चतुर्थी का इतिहास और महत्व
गणपति बप्पा को लाने के दौरान इस बात का रखें ध्यान

आप सुनिश्चित करें कि आपका घर साफ है और आपने भगवान गणेश की मूर्ति को अपने घर में लाने से पहले शुद्ध स्नान किया है. पानी से भरा एक कलश और उसके ऊपर पान के पत्तों से सजा हुआ नारियल रखें. गणपति बप्पा को घर पर लाने के दौरान आपको राहुकाल का ध्यान रखना चाहिए. राहुकाल में गणेश जी को घर पर नहीं लाना चाहिए. राहुकाल में गणेश जी को घर लाना आपके लिए अशुभ हो सकता है.

गणेश चतुर्थी पूजा-विधि

  • इस दिन सुबह उठकर स्नान कर लें.

  • स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें.

  • इस दिन गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है.

  • गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें.

  • गणपति की प्रतिमा की स्थापना करें.

  • संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें.

  • भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें.

  • भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें.

  • भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं.

  • भगवान गणेश का ध्यान करें.

  • गणेश जी को भोग भी लगाएं.

  • आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं.

  • इसके बाद भगवान गणेश की आरती जरूर करें

Also Read: Ganesh Chaturthi 2023 Live: गणेश चतुर्थी आज, जानें मूर्ति स्थापना मुहूर्त-पूजा विधि और पूजन सामग्री लिस्ट
गणेश जी को क्या क्या चढ़ाया जाता है?

गणपति को मोदक और लड्डू बहुत प्रिय है इसलिए उनकी पूजा में ये दोनों चीजें जरूर चढ़ानी चाहिए. मान्यता है की श्रीगणेश को लड्डू या मोदक का भोग लगाने से भक्त की हर इच्छा पूरी होती है. हिन्दू धर्म में सुपारी को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है. गणेश चतुर्थी की पूजन सामग्री में सुपारी शामिल करना ना भूलें.

गणेश चतुर्थी की पूजन सामग्री

पूजा के लिए चौकी, लाल कपड़ा, गणेश प्रतिमा, गंगाजल, इलाइची-लौंग, सुपारी, जल कलश, पंचामृत, रोली, अक्षत, मौली, सिंदूर, लाल फूल, जनेऊ, चांदी का वर्क, नारियल, पंचमेवा, घी-कपूर,चंदन, दूर्वा, मोदक, बेसन के लड्‌डू पूजा सामग्री में जरूर शामिल करें.

Next Article

Exit mobile version