कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शेक्सपीयर सरणी थाना क्षेत्र में एक और फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों के नाम सोमनाथ दत्ता, अमन सिंह, जावेद अख्तर, प्रीतम नस्कर, विद्युत रॉय, बापन माइति, अनिक दास, मंटू खान और विशाल रॉय हैं. इनके कब्जे से दो लैपटॉप, नौ मोबाइल फोन और दो लैंडफोन रिसीवर जब्त किये गये हैं. गिरफ्तार आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश करने पर सभी को पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्हें कुछ दिनों से खबर मिल रही थी कि शेक्सपीयर सरणी थाना क्षेत्र में एक गुप्त स्थान पर ऐसा गिरोह काम कर रहा है, जो मूलत: उत्तर बंगाल के लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहा है. इस जानकारी के बाद लाल बाजार से एंटी राउडी स्क्वायड (एआरएस) और साइबर क्राइम थाने की पुलिस वहां छापामारी कर गिरोह के नौ सदस्यों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरोह के सदस्य खुद को टेलीकॉम कंपनी का प्रतिनिधधि बताते थे. लोगों को उनके खाली पड़ी जमीन एवं घर की छत पर 5जी मोबाइल टावर लगाने पर परिवार के एक सदस्य को नौकरी एवं 10 लाख रुपये नकद राशि देने का लालच देते थे.
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पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला कि इनके द्वारा दिये गये प्रलोभन में फंसनेवाले प्रत्येक व्यक्ति से सिक्योरिटी राशि के तौर पर यह गिरोह 50 से 70 हजार रुपये तक ठग लेते थे. इसके बाद उनसे संपर्क करना बंद कर देते थे. इसी तरह के झांसे में पड़नेवाले लोगों ने स्थानीय थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी थी.
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने छापामारी कर गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. इनके साथ और कौन लोग शामिल हैं, उन तक पहुंचने के अलावा ठगी की राशि को इनके पास से बरामद करने की कोशिश की जा रही है.