काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश के लिए बहुप्रतीक्षित योजना के तहत गेटवे ऑफ कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है. बाबा के धाम में प्रवेश के लिए तैयार गंगा द्वार घाट पर अब नए आकर्षण का केंद्र बन चुका है. गुलाबी पत्थरों पर नक्काशी कर इसे पूरी भव्यता से आकार दिया गया है. धाम के लोकार्पण के समय ही ढांचा तैयार हो गया था, जो अब जाकर पूर्ण हो सका है. संभावना है महाशिवरात्रि से पहले ही श्रद्धालु गंगा द्वार से बाबा के धाम में प्रवेश कर सकेंगे.
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को किया था. इसके बाद गोदौलिया, ढूंढिराज गणेश समेत अन्य द्वारों से मंदिर चौक तक श्रद्धालुओं को प्रवेश भी दिया जाने लगा था. अब दूसरे चरण का काम तेजी से चल रहा और अधिकांश ढांचे बनकर तैयार हो चुके हैं. जिसमे गंगा घाट पर गेटवे ऑफ कॉरिडोर के बाहर रैंप भवन का आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. सीढ़ियों को भी आकार दिया जा रहा है. इसके पूर्ण होते ही गंगा दर्शन गैलरी भी पूर्ण हो जाएगी. इसके साथ ही घाट पर कैफेटेरिया और ब्लॉक फोर की फिनिशिंग चल रही है. हालांकि गंगा के जलस्तर बढ़ने के कारण कार्य में देरी हुई, जिसकी वजह से सीढ़ी-जेटी का काम अभी प्रभावित है.
इधर, गंगा की लहरों पर सैर करने वाले पर्यटक गंगा द्वार की भव्यता देखकर अभिभूत नजर आ रहे हैं. चुनार के गुलाबी पत्थरों की आभा से दमक रहे बाबा के धाम में प्रवेश के लिए तैयार गंगा द्वार घाट पर अब नए आकर्षण का केंद्र बन चुका है. गंगा से मंदिर चौक तक पहुंचने के लिए अभी केवल आने-जाने का कार्य शुरू किया जाएगा. आसपास के अन्य सभी भवनों में अभी प्रवेश नहीं होगा.
घाट से मंदिर चौक तक श्रद्धालु अपने सामान, मोबाइल और कैमरा ले जा सकेंगे. मोबाइल, कैमरा सामान रखने के लिए गंगा द्वार से चौक तक अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की जाएगी. गंगा घाट से काशी विश्वनाथ के गर्भगृह तक गंगाजल पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछा दी गई हैं. जलस्तर सामान्य होने के बाद पंप भी लगा दिया जाएगा. इसके साथ ही अंडरग्राउंड सीवेज पंपिंग स्टेशन में भी डेढ़ से दो माह का समय लग जाएगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी