Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज में गंगा तट पर बसे राजमहल प्रखंड क्षेत्र की मोकिमपुर पंचायत के शोभापुर गांव में गंगा का कटाव (Ganga erosion in sahibganj jharkhand) रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ये इलाका एक बार फिर गंगा कटाव की जद में है. सोमवार को करीब 03:30 बजे गंगा नदी के कटाव में काली स्थान समीप लगभग 100 फीट लंबी एवं 35 फीट चौड़ी जमीन गंगा नदी में समा गई. इससे कटाव प्रभावित इलाके के पीड़ित दहशत में हैं.
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जिसके कारण छेदन मंडल, बृजलाल मंडल, जयदेव मंडल, शिरिष मंडल, सुबोध मंडल, मदन मंडल की जजमीन कटाव की चपेट में आने से जलमग्न हो गई. इस कटाव में वर्षों पहले हुई बोल्डर एवं तार से सोलंकी हुई कटावरोधी कार्य भी गंगा नदी में समा गयी. आपको बता दें कि मोकिमपुर पंचायत गंगा कटाव क्षेत्र है, जहां कटाव का खतरा हमेशा बना रहता है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए कोई पहल नहीं की गई है.
बरसात में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते ही गंगा कटाव होना शुरू हो जाता है तथा ठंड के मौसम नवंबर, दिसंबर, जनवरी माह में गंगा कटाव चरम पर होता है. मोकिमपुर पंचायत का कमलैन बगीचा व शोभापुर गांव में गंगा कटाव को रोकने के लिए 824.20 लाख (आठ करोड़ चौबीस लाख बीस हजार) रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य का टेंडर पिछले पांच महीने से प्रक्रियाधीन है. विभागीय टेंडर निकाला भी गया है, लेकिन टेंडर की प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है. जिसका खामियाजा यहां के कटाव पीड़ितों को भुगतना पड़ रहा है. स्थानीय ग्रामीण एक बार फिर गंगा कटाव की दस्तक से काफी चिंतित हैं.
रिपोर्ट: उदित नारायण