Ganga Expressway: पश्चिमी यूपी में तरक्की को मिलेगी रफ्तार, जानें गंगा एक्सप्रेसवे की हर खूबी
पीएम नरेंद्र मोदी की इस अत्यधिक महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में जानने की जरूरत है. इससे देश में कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देने में काफी मदद मिलने वाली है.
PM Narendra Modi In Shahjhanpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शाहजानपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखेंगे. 18 दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे आधारशिला रखी जाएगी. यहां आपको पीएम की इस अत्यधिक महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में जानने की जरूरत है. इससे देश में कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देने में काफी मदद मिलने वाली है.
पीएमओ की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक यह औद्योगिक विकास, व्यापार, संस्कृति, पर्यटन आदि सहित कई क्षेत्रों को भी बढ़ावा देगा. यह क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा देगा. साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए कनेक्टिविटी के अलावा, यह एक औद्योगिक गलियारा भी होगा.
एक नजर गंगा एक्सप्रेसवे की खूबियों पर
1. छह लेन का एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इसे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा.
2. एक्सप्रेस-वे का विस्तार प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के पास तक होगा. इसकी शुरुआत मेरठ के बिजौली गांव के पास से होगी.
3. निर्माण पूरा हो जाने पर यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा. वर्तमान में यह रिकॉर्ड पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास है.
4. एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा.
5. गंगा एक्सप्रेसवे पर भी भारतीय वायु सेनाके विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी शामिल होगी. इस क्रम में हालिया पूर्वांचल एक्सप्रेस को भी इसी खूबी की तर्ज पर निर्मित किया गया है.
6. गंगा एक्सप्रेस-वे को 26 नवंबर, 2020 को मंजूरी दी गई थी. यह एक्सप्रेस-वे 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा.