Gangasagar Mela 2023: 8 लाख श्रद्धालुओं ने लगायी मोक्ष की डुबकी, अब तक 39 लाख लोग कर चुके हैं सागर स्नान
सागर तट तक नहीं पहुंच पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए इ-पूजा व इ- दर्शन की व्यवस्था की गयी है. अब तक 60.4 लाख लोग इ-दर्शन कर चुके हैं. वहीं,20 लाख 30 हजार लोग घर बैठे इ-पूजा कर चुके हैं.
गंगासागर, शिव कुमार राउत: शाही स्नान से पहले शनिवार दोपहर 3 बजे तक आठ लोगों ने मोक्ष प्राप्ति के लिए गंगासागर में डुबकी लगायी. वहीं, पांच से 14 जनवरी तक कुल 39 लाख लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. यह जानकारी राज्य के बिजली मंत्री अरूप विश्वास ने दी. वह गंगासागर में मेला ऑफिस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रविवार शाम 6.53 बजे तक लोग शाही स्नान करेंगे.
मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में लोग गंगासागर पहुंचेंगे. बताया जाता है कि दो नंबर रोड स्थित सी बीच (समुद्र तट) की स्थिति खराब हो गयी है. यहां दलदली मिट्टी से भर गयी है, इसलिए तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए पांच 1/1ए और छह पांच नंबर समुद्र तट के पास बीच तैयार की गयी है.
तीर्थयात्रियों के लिए यहां पथ तैयार किया गया है. लाइटिंग व शौचालय की भी व्यवस्था की गयी है. वहीं, राज्य सरकार 40 हजार वर्ग मीटर जमीन सागर से पुनरुद्धार करने सफल रही है. उन्होंने बताया कि कोहरा छटने के बाद शनिवार को रिर्जव में रखे गये 10 वार्ज और 20 लांच का जलावतरण किया गया, ताकि, तीर्थयात्रियों की भीड़ को कम किया जा सके. श्री विश्वास ने कहा : सागरतट तक नहीं पहुंच पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए इ-पूजा व इ- दर्शन की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने बताया कि अब तक 60.4 लाख लोग इ-दर्शन कर चुके हैं. वहीं,20 लाख 30 हजार लोग घर बैठे इ-पूजा कर चुके हैं.
राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग
मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि इस बार मेले के लिए करीब 150 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि 17 जनवरी तक मेला चलेगा. ऐसे में तुरंत केंद्र सरकार गंगासागर को राष्ट्रीय मेला घोषित करे.
अब तक 48 हुए बीमारी, 12 कोलकाता रेफर
मंत्री श्री विश्वास ने बताया कि सागर मेला आने वाले बीमार पड़े 48 लोगों की चिकित्सा गंगासगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराये गये हैं. जबकि इलाज के लिए 12 लोगों को कोलकाता के विभिन्न अस्पताल में भर्ती कराये गये हैं. वहीं अब तक पांच तीर्थयात्रियों को एयरलिफ्ट कर कोलकाता पहुंचाया गया है. पांच में से दो तीर्थयात्री शनिवार एयरलिफ्ट किये गये हैं. वहीं हार्ट अटैक के कारण अब तक तीन तीर्थयात्रियों की मौत हुई है. मंत्री ने बताया कि गंगासगर मेले के लिए कुल 700 स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी पर हैं.
हर तपस्वी की यही इच्छा होती है कि वह धर्म के मेले में शाही स्नान का हिस्सा बने. मानो गंगा स्नान, उनके जीवन का सबसे बड़ा तीर्थ हो. इसी भाव से अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत सागरद्वीप पहुंचे हैं. इनमें नागा साधुओं समेत किन्नर साधुओं का जत्था भी शामिल है. मेले में इन साधु-संतों की उपस्थिति ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया है. शरीर पर भस्म लगाये हुए और सिर पर लंबी जटाओं की पारंपरिक पहचान के साथ कुछ नागा साधु आंखों में गॉगल, मोबाइल फोन व हाथों में चंवर लिये दिखते हैं. वहीं, सिर पर पगड़ी, भगवा वस्त्र और बदन पर आभूषण पहने किन्नर साधु लोगों में सबसे बड़े आकर्षण के केंद्र हैं. लोगों में इनसे आशीर्वाद लेने की होड़-सी मची है. किन्नर अखाड़ा प्रमुख श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर श्री उर्मिला नंदगिरि महाराज बताती हैं : किन्नर अखाड़े को काफी विरोध के बाद मान्यता मिली है. संघर्ष काफी कठिन रहा. पहले कई लोगों ने हम पर कटाक्ष किये, लेकिन अब मनमुटाव दूर कर लिये गये हैं. मानवता की सेवा हमारा उद्देश्य है. किन्नर अखाड़ा की ओर से प्रतिदिन तीर्थयात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी है.
सागर मेले में अब तक 52 तीर्थयात्री अपने परिवार से बिछड़ गये थे. जिला प्रशासन व एनजीओ की मदद से सभी बिछड़ों को मिलवा दिया गया है. यह जानकारी सुंदरवन पुलिस के साथ मिलकर गंगासागर मेले में खोया और पाया का काम देख रही बजरंग परिषद के पदाधिकारी ने दी है. अब तक लगभग 650 से अधिक बिछुड़े को उनके परिजनों से मिलाया गया है. वहीं, अब तक पॉकेटमारी से 28 घटनाएं घटी है. वहीं चोरी हुई 95 हजार 325 रुपया जब्त किया गया है. वहीं विभिन्न आपराधिक मामलों के लिए अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किये गये हैं.