गढ़वा में मानसून से किसानों के चेहरे खिले, लेकिन सब्जियों के भाव सातवें आसमान पर, टमाटर 120 -200 रुपये किलो
सब्जी विक्रताओं का कहना है कि उन्हें खुद महंगे दामों पर टमाटर खरीदना पड़ रहा है. इसलिए महंगा बेचना उनकी मजबूरी है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में टमाटर इतना महंगा नहीं हुआ था.
गढ़वा, जितेंद्र सिंह : गढ़वा जिले में मानसून की मेहरबानी से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. लेकिन, महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है. खासकर सब्जियों की कीमतें गढ़वा जिले में आसमान छू रहीं हैं. स्वाद बढ़ाने के लिए सब्जियों में इस्तेमाल होने वाले टमाटर के भाव ने लोगों का जायका ही नहीं, किचन का बजट भी बिगाड़ दिया है. जी हां, टमाटर के भाव 120 रुपये से 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गये हैं.
10 साल में कभी इतना महंगा नहीं हुआ टमाटर
गढ़वा जिला मुख्यालय समेत आसपास के विभिन्न प्रखंडों में टमाटर क्वालिटी के अनुसार 120 से 200 रु प्रति किलो बिक रहा है. टमाटर के भाव ने आम लोगों को इसके सेवन से वंचित कर दिया है. सब्जी विक्रताओं का कहना है कि उन्हें खुद महंगे दामों पर टमाटर खरीदना पड़ रहा है. इसलिए महंगा बेचना उनकी मजबूरी है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में टमाटर इतना महंगा नहीं हुआ था.
रांची से आती हैं 50 फीसदी सब्जियां
दुकानदारों के अनुसार, टमाटर के अलावे अन्य सब्जियों की कीमत में भी काफी उछाल आया है. नतीजतन लोग सब्जियां कम खरीद रहे हैं. उल्लेखनीय है कि बरसात के दौरान सब्जियों की कीमत बढ़ जाती है. पर इस बार बरसात शुरू होते ही सब्जियों की बढ़ी कीमत लोगों के गले नहीं उतर रही. गौरतलब है कि गढ़वा मंडी में 50 प्रतिशत सब्जी लोकल होती है. वहीं शेष 50 फीसदी सब्जियां रांची सहित अन्य क्षेत्रों से आती है.
गढ़वा में सब्जियों की कीमत (प्रति किलो)
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टमाटर- 120- 200 रुपये
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बैगन- 60 रुपये
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कद्दु- 40 रुपये
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बोदी- 50 रुपये
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नेनुआ- 50 रुपये
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आलू-20 रुपये
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प्याज- 20 रुपये
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लहसुन-100 रुपये
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खेकसा- 100 रुपये
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झिंगी-40 रुपये
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फूल गोभी-100 रुपये
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पत्ता गोभी-50 रुपये
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भिंडी-40 रुपये
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हरी मिर्च-100 रुपये
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धनिया पत्ता-200 रुपये
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कोहड़ा-50 रुपये
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पेकची-40 रुपये
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करैला-60 रुपये
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पटल-60 रुपये
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खीरा-60 रुपये
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मूली-40 रुपये
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