Garhwa News: झारखंड में एक प्रखंड प्रमुख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें शुक्रवार को ही जेल भेज दिया गया. प्रखंड प्रमुख का नाम दीपमाला कुमारी है. दीपमाला कुमारी को पुलिस और पब्लिक के बीच हुई झड़प के एक मामले में नामजद किया गया था. गढ़वा जिला के मेराल प्रखंड में पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हुई थी.
पुलिस ने बताया है कि 20 अगस्त को मेराल थाना के पास पब्लिक एवं पुलिस के बीच मारपीट की घटना हुई थी. इस मामले में मेराल की प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी को नामजद किया गया था. 16 दिसंबर को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
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प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी को थाना प्रभारी नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने थाना क्षेत्र के लखेया गांव स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया. इससे पहले कोर्ट ने दीपमाला कुमारी की गिरफ्तारी पर 27 अक्टूबर तक रोक लगा दी थी. इसलिए उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी.
उल्लेखनीय है कि मेराल थाना क्षेत्र के हासनदाग गांव निवासी नाथन चौधरी की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत के बाद सैकड़ों लोगों ने मेराल थाना का घेराव किया था़ इसी दौरान पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच मारपीट हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गये थे. घायलों में ग्रामीण और पुलिसकर्मी दोनों शामिल थे.
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घटना के बाद तत्कालीन अंचल अधिकारी अंगारनाथ स्वर्णकार ने प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी सहित 23 लोगों के के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी़ इस मामले में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सभी को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है.
प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी तथा दुलदुलवा पंचायत के मुखिया रामप्रताप साह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहे थे़. मेराल पुलिस ने आखिरकार आज दीपमाला कुमारी को भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. पुलिस ने इस गिरफ्तारी को टॉप सीक्रेट रखा था. मुखिया रामप्रताप साह और 400 अज्ञात लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
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पुलिस की इस कार्रवाई से पंचायत समिति सदस्यों (बीडीसी), वार्ड सदस्यों और कुछ मुखिया में नाराजगी देखी जा रही है. चर्चा है कि प्रखंड प्रमुख की गिरफ्तारी के विरोध में ये लोग आंदोलन शुरू कर सकते हैं.
रिपोर्ट: संजय कुमार तिवारी, मेराल, रामगढ़