गढ़वा में बारिश से बेहाल हो रही सड़कें, पैदल चलना हुआ मुश्किल

रंका में लगातार हो बारिश से विभिन्न इलाकों की सड़कें दम तोड़ने लगी है. कई सड़कों का हाल इतना बुरा है कि वहां से गुजरना भी दूभर हो गया है. खस्ताहाल सड़कों से गुजरना यानि खुद की जान जोखिम में डालने जैसा है. रंका में कई ऐसे भी रास्ते हैं, जिनका कोई दूसरा विकल्प नहीं है. दैनिक कामकाज या रोगियों को उस रास्ते से गुजरना ही पड़ता है. लेकिन प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं देता.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2020 3:18 PM

रंका में लगातार हो बारिश से विभिन्न इलाकों की सड़कें दम तोड़ने लगी है. कई सड़कों का हाल इतना बुरा है कि वहां से गुजरना भी दूभर हो गया है. खस्ताहाल सड़कों से गुजरना यानि खुद की जान जोखिम में डालने जैसा है. रंका में कई ऐसे भी रास्ते हैं, जिनका कोई दूसरा विकल्प नहीं है. दैनिक कामकाज या रोगियों को उस रास्ते से गुजरना ही पड़ता है. लेकिन प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं देता.

ये सड़के हैं रंका से सलेया, रंका से खपरो, रंका से सेवाडीह, पुरानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोड. ये सभी सड़कें अपनी दुर्दशा पर आठ – आठ आंसू बहा रहे हैं. ये सभी सड़कें रंका अनुमंडल मुख्यालय तक सीधे जुड़े हुए हैं. दिनभर लोग पैदल, साईकिल, दो पहिया वाहन, छोटी चार पहिया वाहन की आवाजाही लगी रहती है. ऐसे में सड़कों पर बने गड्ढे बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहे हैं. सड़कों पर कई जगह गोल – गोल गड्ढे बन गया है. और सभी गड्ढे में जल – जमाव से सड़क बदहाल हो गया है.

इस वजह से पैदल, दो या चार पहिया वाहन को चलाने में परेशानी हो रही है. सड़क पर गड्ढों में जल – जमाव की वजह से चालक समझ नहीं पाते हैं और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं. शहर वासियों की यह दुर्भाग्य है कि अपने द्वार पर सड़क टूट चुकी है. और आने – जाने वाले सभी वाहन इसी सड़क से गुजरती है तो कीचड़ उनके घरों के दीवार पर जा पड़ती है. पुरानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोड शहर के तीन मुहल्ला को जोड़ती है. सोनार मुहल्ला, बर मुहल्ला, दरजी मुहल्ला. रिमझिम बारिश से सड़क की हालत ख़राब है. ज्ञात हो कि नजदीक में बाजार होने के कारण यहां 24 घंटा लोगों को आवाजाही लगी रहती है. और लोगों को बदहाल सड़कों से गुजरना पड़ता है. मुहल्ला निवासी संजय प्रसाद, चिरंजीवी पांडेय ने स्थानीय मुखिया से सड़क मरम्मत कराने की मांग की है.

झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य अहम्मद अली अंसारी ने कहा कि वर्ष 2000 में खपरो रोड बना था. लेकिन इसके बाद दोबारा पूरी सड़क की मरम्मत नहीं हुई है. जगह – जगह पर सड़कों के टूटे हिस्से की ही मरम्मत की जाती है. ऐसा हुआ नहीं. राजेश कुमार ने कहा कि वार्ड में टूटे हुए सड़कों को मुखिया अपने निजी खर्च से सड़क मरम्मत कार्य किया जा रहा है. पुरानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोड को भी ठीक कर दिया जाएगा.

Posted By: Pawan Singh

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