गढ़वा : बारिश में एनएच-343 की स्थिति नारकीय
रंका में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से थाना मोड़ स्थित बौली कुआं के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 343 की स्थिति नारकीय हो गयी है. इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
रंका में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से थाना मोड़ स्थित बौली कुआं के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 343 की स्थिति नारकीय हो गयी है. इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विदित हो कि बौली कुआं के पास एनएच किनारे के दोनों तरफ की नाली जाम हो गयी है. पानी निकलने की कोई जगह नहीं बची है. जल जमाव होने के कारण एनएच करीब 100 फीट तक गड्ढे में तब्दील हो गया है. यह स्थिति पिछले एक साल से बनी है. पूजा-त्योहारों में गड्ढे को मिट्टी से भरकर काम चलाया जाता है. लेकिन ठोस कदम नहीं उठाये जाते. बरसात के दिनों में कितने बार छोटी-बड़ी गाड़ी फंस जाती है. यहां तक कि सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर सहित कई अधिकारी एनएच से कई बार गुजरते हैं. पर उनका ध्यान इस ओर नहीं जाता है. फिलहाल दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से एनएच की दुर्दशा पर लोग सरकार को कोस रहे हैं. बौली कुआं निवासी दिनेश प्रसाद ने कहा कि वे लोग पिछले एक साल से एनएच पर हो रहे जलजमाव की मार झेल रहे हैं. वाहनों के गुजरने पर कीचड़ बह कर उनके घरों तक आ जाता है. इसकी दुर्गंध से रहना मुश्किल हो जाता है.
उन्होंने बताया कि नाली बनाने वाला संवेदक आधी-अधूरी नाली बना कर छोड़ दिया है. इस पर किसी जन प्रतिनिधि का ध्यान नहीं है. पूरे रंका वासियों को एनएच पर चलना मुश्किल हो गया है. अशोक सिंह व दीनानाथ चौधरी ने बताया कि बारिश होने पर उनके घरों में नाली का पानी घुस जाता है. वे पिछले एक साल से परेशान हैं. उन्होंने कहा कि एनएच के किनारे बनी नाली के पानी की निकासी नहीं होने के कारण उनके घरों में पानी घुस जाता है. वे किसी तरह बाल्टी से पानी बाहर फेंकते हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि या एनएच अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री से अविलंब एनएच किनारे नाली निर्माण कराने की मांग की है.
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