Geeta Jayanti 2021: आज है गीता जयंती, जानें इस दिन का महत्व
Geeta Jayanti 2021: गीता जयंती आज है. हर साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है और गीता के अनमोल ज्ञान को जीवन में उतारने का प्रयास किया जाता है. जानें इस दिन का महत्व और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें.
Geeta Jayanti 2021: 14 दिसंबर को गीता जयंती है. यह हर वर्ष मार्गशीर्ष महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. इस दिन मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाती है. इतिहासकारों की मानें तो साल 2021 गीता उपदेश का 5159 वां वर्ष है.
आज मनाई जा रही है गीता जयंती
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 13 दिसंबर दिन सोमवार को रात 09 बजकर 32 मिनट पर हो रहा है. अगले दिन 14 दिसंबर दिन मंगलवार को रात 11 बजकर 35 मिनट तक एकादशी तिथि (Geeta Jayanti 2021) मान्य होगी. ऐसे में इस वर्ष गीता जयंती 14 दिसंबर को मनाई जा रही है.
गीता जयंती 2021: पूजा विधि
गीता जयंती (Geeta Jayanti 2021) के दिन ब्रह्म बेला में उठकर भगवान श्रीविष्णु को प्रणाम कर दिन की शुरुआत करें. इसके पश्चात, गंगाजल युक्त पानी से स्नान कर ॐ गंगे हर हर गंगे का मंत्रोउच्चारण कर आमचन करें. अब स्वच्छ वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की पूजा पीले फल, पुष्प, धूप-दीप, दूर्वा आदि चीजों से करें. साधक के पास पर्याप्त समय है, तो गीता पाठ जरूर करें. अंत में आरती अर्चना कर पूजा संपन्न करें.
मोक्षदा एकादशी भी आज
गीता जयंती के साथ ही मोक्षदा एकादशी भी आज है. ऐसे में उदयातिथि 14 दिसंबर की होने के कारण मोक्षदा एकादशी का व्रत भी मंगलवार के दिन रखा जा रहा है. एकादशी व्रत की पूजा सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि के बाद ही की जाती है.
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मोक्षदा एकादशी शुभ मुहूर्त और पारण का समय
मोक्षदा एकादशी मंगलवार, दिसम्बर 14, 2021 को
पारण (व्रत तोड़ने का) समय – 07:06 am से 09:10 am
एकादशी तिथि प्रारम्भ – दिसम्बर 13, 2021 को 09:32 pm बजे
एकादशी तिथि समाप्त – दिसम्बर 14, 2021 को 11:35 pm बजे
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