वरुण कुमार
टंडवा : झारखंड के चतरा जिला के टंडवा प्रखंड का जिला मुख्यालय चतरा और हजारीबाग से संपर्क कट गया है. भारी बारिश के कारण टंडवा की लाइफलाइन गेरुआ पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी. रांची-चतरा वाया टंडवा पथ पर स्थित गेरुआ पुल हजारीबाग व चतरा को टंडवा से जोड़ता है. पुल के क्षतिग्रस्त होने से टंडवा पूरी तरह टापू बन गया है.
टंडवा का जिला मुख्यालय समेत अन्य जगहों से संपर्क टूट गया है. भारी बारिश से पुल का एक पिलर झुक गया, जिससे पुल का एक भाग खिसककर गिर गया. घटना करीब 10:30 बजे के आसपास की है. जिस वक्त पुल गिरा, उस वक्त पुल से एक मोटरसाइकिल सवार गुजर रहा था. वह बाल-बाल बच गया.
इससे पहले वर्ष 2011 में भी यह पुल इसी तरह छतिग्रस्त हो गया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पर पहले हल्के वाहन गुजरते थे. हल्के वाहनों के लिए ही इस पुल का निर्माण किया गया था, लेकिन टंडवा में उद्योगों के बढ़ने के बावजूद नया पुल नहीं बना. भारी वाहन भी इसी पुल से गुजरने लगे. इसकी वजह से पुल कमजोर हो गया.
स्थानीय विधायक किसुन कुमार दास ने अविलंब पुल का निर्माण कराने की मांग सीसीएल व एनटीपीसी प्रबंधन से की है. इस बीच, टंडवा प्रखंड में शुक्रवार की रात से बारिश का दौर जारी है. बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हो रही है.
बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा. आंधी ने कई पुराने पेड़ों को धराशायी कर दिया. बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. टंडवा के सिसई में जमकर ओलावृष्टि हुई, जिससे काफी संख्या में पक्षियों की मौत हो गयी. पूरे प्रखंड के किसान मायूस हैं, क्योंकि उनकी फसलें बर्बाद हो गयी हैं. कई कच्चे मकान भी गिर गये हैं.
उल्लेखनीय है कि राजधानी रांची के बिरसा मुंडा विमानपत्तन स्थित मौसम केंद्र ने शनिवार (14 मार्च, 2020) को तात्कालिक चेतावनी जारी कर कहा था कि चतरा समेत पलामू और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के कई जिलों में आंधी के साथ बारिश होगी. ओलावृष्टि और वज्रपात की भी चेतावनी मौसम केंद्र ने दी है.
केंद्र ने कहा है कि गढ़वा, पलामू, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, लातेहार, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, रांची, रामगढ़, खूंटी तथा बोकारो जिला के कुछ भागों में मध्यम दर्जे का मेघ-गर्जन होने की संभावना है.
इसी चेतावनी में मौसम केंद्र ने कहा है कि इन जिलों में कुछ जगहों पर 45-55 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलेगी. इस दौरान ओलावृष्टि और वज्रपात भी हो सकते हैं.