पश्चिम बंगाल में गंगा आरती को लेकर महानगर में तैयारी चल रही है. इसके मद्देनजर कोलकात, हावड़ा व दक्षिणेश्वर गंगाघाट के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया जा रहा है. अगले दो वर्षों में घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा होगा. यह जानकारी कोलकाता के मेयर व शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम (Firhad Hakim)ने दी. वह आउट्राम घाट पर ‘सी इक्स्प्लोरर इंस्टीट्यूट’ के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मेयर ने कहा कि कोलकाता से दक्षिणश्वेर तक नदी के दोनों किनारे स्थित घाटों का सौंदर्यीकरण एवं पौधरोपण किया जायेगा.
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मेयर ने बताया कि गंगा आरती के लिए निगम की तैयारी चल रही है. मुख्यमंत्री कोलकाता के जिस घाट को चुनेंगी, वहीं गंगा आरती की जायेगी. इससे पहले घाटों के सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा कर लिया जायेगा. गंगा आरती की वजह से कोलकाता में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या पंचायत चुनाव के मद्देनजर हिंदू वोटरों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने यह योजना बनायी है और भाजपा इसे हिंदू कार्ड बता रही है. इस पर मेयर ने कहा कि हम कोई हिंदू कार्ड नहीं खलते. भाजपा को जो कहना है कहे. ममता बनर्जी लोगों के दिलों में हैं और रहेंगी. ज्ञात हो कि गंगा आरती के लिए निगम द्वारा बाजेकदमतला और मिलेमियम पार्क को चिह्नित किया गया है. इन दोनों में से किसी एक घाट पर गंगा आरती होगी, जिसे सीएम पसंद करेंगी.
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‘सी इक्स्प्लोरर इंस्टीट्यूट’ के कार्यक्रम में मेयर ने ‘घाटेर कोथा’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया. यह इंस्टीट्यूट कोलकाता नगर निगम, कोलकाता पुलिस व हावड़ा पुलिस के साथ मिल कर नदी में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए आमलोगों एवं पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देगा.
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