गोरखपुर में देश के बड़े औद्योगिक घराने अपने बड़े इंडस्ट्री प्लांट लगा रहे हैं. प्लांट लगाने के लिए डिमांड कुछ इस कदर बढ़ी है कि जमीन कम पड़ गई है. इसे देखते हुए गीडा ने अब अपना लैंड बैंक बढ़ाना शुरू कर दिया है. इससे पहले गोरखपुर में कभी जमीन की कमी और लचर कानून व्यवस्था की वजह से बड़े इंडस्ट्रियलिस्ट प्लांट नहीं लगाना चाहते थे. लेकिन 2017 के बाद से गोरखपुर के गीडा में कई प्लांट लग चुके हैं और कई कंपनियां अपना प्लांट बैठाने जा रही हैं. 30 नवंबर को आयोजित होने वाले गीडा दिवस से पहले गीडा और यूपीडा लैंड बैंक के आंकड़े को मजबूत कर रिलायंस, अडानी ,टाटा जैसे बड़े औद्योगिक घरानों के सामने मजबूती से निवेश का प्रस्ताव रखने को तैयार हैं. वहीं गीडा प्रशासन दावा कर रहा है कि दिसंबर माह से पहले गीडा और यूपीडा के पास 2100 एकड़ से अधिक लैंड बैंक होगा. वर्तमान में गीडा के पास कालेसर, भीटी रावत के साथ लिंक एक्सप्रेस के दोनों और 1000 एकड़ तक का लैंड बैंक है. यहां 200 से अधिक उद्योगों के लिए जमीन एलाट भी हो चुकी है. अब गीडा धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप के लिए जमीन की रजिस्ट्री शुरू करने की तैयारी में है. 30 नवंबर को गीडा दिवस प्रस्तावित है. इसकी तैयारी को लेकर गीडा प्रशासन चेंबर ऑफ इंडस्ट्री के साथ लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी भी जुट गए हैं.
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गीडा में विकास और संभावनाओं को लेकर जिम्मेदार रिलायंस, अडानी, टाटा जैसी बड़ी औद्योगिक घरानों को विकसित करने के लिए पत्र लिख रहे हैं. गीडा प्रशासन की तैयारी गीडा में सुविधाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर उद्योगपतियों को जमीन हकीकत दिखाने की है. गीडा में अब जरूरी काम करने और समस्याओं की समाधान के लिए उद्यमियों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. गीडा की ओर से उनकी सुविधा के लिए गीडा सेवा पोर्टल तैयार किया जा रहा है. इस पोर्टल पर सभी जरूरी काम होंगे. गीडा दिवस 30 नवंबर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पोर्टल को लॉन्च करेंगे. इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. इस पोर्टल पर आवंटी भूखंडों के लिए प्रीमियम लीज रेंट रखरखाव शुल्क की मध्य में ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे. इस पोर्टल के माध्यम से मानचित्र के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकेगा. गीडा में विभिन्न सेक्टर में होने वाली परेशानियों की शिकायत इस पोर्टल पर किया जा सकेगा. वहीं गीडा सीईओ अनुज मलिक ने कहा कि धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप के लिए पहले चरण का बैनामा जल्द शुरू होगा. गोला तहसील के तीन गांव में इसकी शुरुआत की जाएगी. उन्होंने कहा कि 1600 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है. अधिग्रहण के लिए शासन से बजट की मांग की जा रही है. छोटे-बड़े सभी तरह के उद्योगों के लिए गोरखपुर में जमीन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.
गीडा पहले चरण में गोला के तीन गांव की 1600 एकड़ जमीन अधिग्रहण करेगी. धुरियापर में 7 गांवो की 5500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण प्रस्तावित है. गोला तहसील के तीन गांव हरपुर, सकरदेइया और कास्त काशीनायक में जमीन खरीदने की योजना है. गीडा प्रशासन ने धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप के लिए जरूरी 1150 करोड़ में से 575 करोड रुपए शासन से मांगा है. इसी क्रम में औद्योगिक गलियारे के विस्तार को लेकर खजनी तहसील के आठ गांवों में करीब 500 एकड़ जमीन को अधिसूचित किया गया है. यह जमीन यूपीडा खरीदेंगे. खजनी तहसील के गांव बहादुरपुर खुर्द, बहादुरपुर बुजुर्ग, हरनहीं, गाजर जगदीश, सोनारीशंकर, डड़वा, बहुरीपार, खुर्द, बहुरीपार बुजुर्ग गांव में लगभग 500 एकड़ जमीन ली जाएगी.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर