गिरिडीह : महाराज अहिबरन की जयंती पर शहर में निकली भव्य शोभायात्रा
मौके पर लखन लाल बरनवाल ने कहा कि हमें एक सशक्त समाज का निर्माण करना चाहिए, जिसमें सभी लोग एक दूसरे का सहयोग करें. हमें कुरीतियों को छोड़कर अच्छी नीति अपनानी होगी, तभी अच्छे समाज का निर्माण संभव है.
बरनवाल सेवा समिति गिरिडीह के तत्वावधान में मंगलवार को बरनवाल सेवा सदन में अहिबरन जयंती सह परिवार मिलन समारोह धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम के पूर्व शोभायात्रा निकाली गयी, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए वापस बरनवाल सेवा सदन पहुंच कर समारोह में तब्दील हो गयी. शोभायात्रा और सांस्कृतिक कार्यक्रम में काफी संख्या में समाज के लोगों ने हिस्सा लिया. मुख्य अतिथि लखन लाल बरनवाल, प्रदेश अध्यक्ष भारतवर्षीय बरनवाल वैश्य महासभा झारखंड, विशिष्ट अतिथि उद्योगपति जयप्रकाश लाल, सभाध्यक्ष सुबोध बरनवाल, प्रदीप बरनवाल एवं विजय बरनवाल ने महाराजा अहिबरन के समक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. समिति के सचिव राजेंद्र लाल बरनवाल ने बताया कि इस अवसर पर बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. वहीं सामान्य ज्ञान और चित्रांकन की प्रतियोगिता भी करायी गयी. विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर हौसला बढ़ाया गया. मंच संचालन राजनंदिनी ने किया.
पूर्वजों के बताये मार्ग का करें अनुसरण
मौके पर लखन लाल बरनवाल ने कहा कि हमें एक सशक्त समाज का निर्माण करना चाहिए, जिसमें सभी लोग एक दूसरे का सहयोग करें. हमें कुरीतियों को छोड़कर अच्छी नीति अपनानी होगी, तभी अच्छे समाज का निर्माण संभव है. संगठन में रहना हमारी प्राथमिकता है. हमें कुछ जानने व सीखने के लिए अपने पूर्वजों के बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए.
बच्चों को संस्कारवान बनाएं
जयप्रकाश लाल ने कहा कि संगठन में ही शक्ति है. हम सभी मिलकर एक साथ रहें. हमें शिक्षित, संगठित और संघर्षशील बनना चाहिए. उन्होंने नारी शक्ति से कहा कि बच्चों को संस्कारवान बनाएं. मौके पर प्रतिभावान युवाओं को मोमेंटो और पुष्प कुछ देकर सम्मानित किया गया. जिला सचिव अंबिका बरनवाल ने समाज को महाराजा अहिबरन के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय कुमार बरनवाल, विनय कुमार, प्रवीण कुमार, राकेश रंजन, वीरेंद्र लाल, रितेश कुमार, अजय लाल, आयुष राज, अमितेश, गौरव शंकर कुमार, ललिता बरनवाल, सीमा बरनवाल, सरिता बरनवाल आदि का सराहनीय योगदान रहा.
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