गिरिडीह : 7 वर्ष बाद भी सरिया विद्युत सब डिविजन का नहीं बन पाया अपना कार्यालय, उपभोक्ताओं को होती है परेशानी
विद्युत सब डिविजन सरिया वर्ष 2016 में अपने अस्तित्व में आया. जिसमें बगोदर तथा सरिया प्रखंड के हजारों उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलना है.
विद्युत सब डिविजन सरिया वर्ष 2016 में अपने अस्तित्व में आया. जिसमें बगोदर तथा सरिया प्रखंड के हजारों उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलना है. लगभग 7 वर्ष बीत जाने के बाद भी विद्युत सब डिवीजन सरिया को ना तो अपना कार्यालय हो पाया है और न ही अधिकारियों की स्थाई नियुक्ति हो सकी है. जिस कारण आज भी विद्युत सब डिविजन का संचालन डुमरी से होता है. प्रखंड मुख्यालय सरिया से 35 किलोमीटर दूर होने के कारण सरिया नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों को इसकी परेशानी होती है. साथ ही दूर दराज के ग्रामीणों को बिजली से संबंधित समस्याओं का समाधान करने हेतु 70-80 किलोमीटर दूर डुमरी सबडिविजन कार्यालय तय करना पड़ता है. चाहे मीटर में खराबी हो या ट्रांसफार्मर जल जाए, बिजली बिल में गड़बड़ी हो सबके निदान के लिए उन्हें डुमरी का चक्कर लगाना पड़ता है. लोगों की माने तो किसी भी समस्या के समाधान के लिए समय की बर्बादी के साथ-साथ लोगों को आर्थिक संकट का भी सामना करना पड़ता है. बताते चलें कि विद्युत सब डिविजन सरिया में बगोदर, औरा, अटका, खंभरा, अंबाडीह तथा सरिया में स्थापित है.
जहां से लगभग एक लाख उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाती है. इस संबंध में बिजली विभाग के कनीय अभियंता राजेश रंजन टोप्पो ने कहा कि विद्युत सबडिविजन सरिया का अपना कार्यालय नहीं होने से उपभोक्ताओं के साथ-साथ अधिकारियों को भी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में बगोदर,सरिया,डुमरी तथा पीरटांड के लिए चार की जगह दो कनीय अभियंता नियुक्त है. जबकि डुमरी तथा सरिया विद्युत सब डिविजन के लिए दो एसडीओ की प्रति नियुक्ति होनी थी. परंतु एक ही एसडीओ से वर्तमान में काम चल रहा है. वह भी वर्तमान में डुमरी तथा सरिया विद्युत सब डिविजन के लिए गिरिडीह के बिजली एसडीओ सुजीत उपाध्याय के प्रभार में चल रहा है. कहा कि सरिया विद्युत सब डिविजन के लिए कार्यालय तथा अधिकारियों की नियुक्ति जरूरी है जिससे कि विद्युत संबंधित परेशानियों से लोगों को मुक्ति मिले.
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