गिरिडीह : जलवायु परिवर्तन व कृषि सलाह पर किसान जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन
जमुआ प्रखंड के धुरगडगी बाजारटांड़ में गौ सेवा आश्रम सह पंचगव्य अनुसंधान केंद्र ने गुरुवार को जलवायु परिवर्तन व कृषि सलाह पर किसान संगोष्ठी का आयोजन किया.
जमुआ प्रखंड के धुरगडगी बाजारटांड़ में गौ सेवा आश्रम सह पंचगव्य अनुसंधान केंद्र ने गुरुवार को जलवायु परिवर्तन व कृषि सलाह पर किसान संगोष्ठी का आयोजन किया. मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी (डीएओ) सुरेंद्र सिंह, जिला युवा समन्वयक गोपाल चंद्र ओझा, जिप सदस्य कुमारी प्रभा वर्मा, सांसद प्रतिनिधि गंगाधर वर्मा, विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण महतो थे. जिला कृषि पदाधिकारी ने ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले दुष्प्रभाव पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से कभी अति वृष्टि तो कभी अनावृष्टि का सामना किसानों को करना पड़ता हैं. इससे फसल उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इस परिस्थिति से निपटने के लिए हमलोगों को मोटा अनाज और बागवानी की ओर बढ़ना चाहिये. पूरे विश्व में ग्लोबल वार्मिंग पर मंगलवार को दुबई में वैश्विक स्तर पर चिंतन किया गया है. श्री ओझा ने कहा कि जीवन का आधार कृषि है, जहां सबसे ज्यादा रोजगार मिलता. हमें पुनः हमें पुरानी कृषि पद्धति की ओर वापस आना चाहिये. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया झरी महतो तथा संचालन विवेक राज ने किया. कार्यक्रम में राजेश कुमार राज, वीरेंद्र कुमार, संस्था के सचिव रीतलाल वर्मा, पंसस अशोक वर्मा, रीना कुमारी, इंद्रजीत वर्मा, संजू देवी, गुड़िया देवी, बाबू वर्मा, कविता वर्मा, सोनिया, उर्मिला, पूजा, प्रियंका, सिकेंद्र, राजेश मोहन पंडित आदि मौजूद थे.
जलसहिया संघ ने समाहरणालय में प्रदर्शन कर दिया धरना
झारखंड राज्य जलसहिया संघ ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन कर धरना दिया. अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दिव्या देवी व संचालन सरिता देवी व सितारा परवीन ने किया. इसमें जिले के सभी प्रखंड की जलसहिया शामिल हुईं. धरना के बाद मुख्यमंत्री के नाम अपर समाहर्ता विल्शन भेंगरा को ज्ञापन सौंपा गया. मौके पर गिरिडीह के एसडीओ विशालदीप खलको भी मौजूद थे. धरना के दौरान सरकार से कैबिनेट में पारित 35 माह का मासिक मानदेय का भुगतान करने, पूर्व की सरकार में दिये गये एक हजार मासिक मानदेय में महंगाई के अनुरूप वृद्धि करने, पेयजल व स्वच्छता विभाग में बीसीएसएम की योग्यता के आधार पर शत-प्रतिशत जलसहिया को करने, चिकित्सा बीमा का लाभ देने, 65 वर्ष की सेवा की गारंटी देने, ड्रेस तथा सेवा नियमावली तैयारी करने की मांग की. जिलाध्यक्ष ने कहा कि जलसहिया के साथ अन्याय हो रहा है. सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है. सरकार जलसहिया के साथ वादाखिलाफी कर रही है. पहले मानदेय छीना और इसके बाद प्रोत्साहन राशि में कटौती कर दी गयी. सरकार हमारी मांगों को पूरा करे अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जायेगा. कार्यक्रम में पूनम पांडेय, नीतू देवी, गुड़िया देवी, सीता देवी, सलेहा परवीन, सूरज मुनि मरांडी, चांदमुनि सोरेन, शीला देवी आदि मौजूद थीं.
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