बिरनी थाना क्षेत्र के जनता जरीडीह से अपने घर इसी थाना क्षेत्र के टाटो लौटने के क्रम में कोडरमा-कोवाड़ मुख्य मार्ग पर सोमवार सुबह लगभग 8.30 बजे बिरनी के गांडो मोड़ के पास डस्ट से भरे हाइवा ने बाइक सवार पति-पत्नी को रौंद डाला. घटना में सुनीता देवी (35) की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि उसका पति केदार प्रसाद वर्मा (40) गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद चालक हाइवा को घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गया. घायल केदार वर्मा को ग्रामीणों के सहयोग से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरनी में भर्ती कराया. चिकित्सा पदाधिकारी ने उसे धनबाद रेफर कर दिया. वहीं घटना को लेकर आक्रोशित ग्रामीण सड़क को जाम कर मृतक के दो छोटे-छोटे बच्चे की परवरिश के लिए मुआवजा की मांग करने लगे. घटना की सूचना मिलते ही सीओ सरांश जैन, प्रमुख रामू बैठा, थाना प्रभारी मृत्युंजय सिंह, पंसस सलीम अंसारी, कांग्रेस नेता बासुदेव प्रसाद वर्मा, भाजपा नेता प्रेमचंद कुशवाहा, मुखिया विष्णुदेव वर्मा, सहदेव यादव आदि घटनास्थल पहुंचे और सारी जानकारी ली. घटना के ढाई घंटे के बाद 11 बजे प्रशासन द्वारा हाइवा व चालक तथा मालिक पर कार्रवाई करने व प्रावधान के तहत मुआवजा देने के आश्वासन मिलने पर सड़क जाम हटा. सड़क जाम करीब ढाई घंटे तक रहा. जाम हटने के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. इस संबंध में थाना प्रभारी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. मृतक के परिजन द्वारा आवेदन मिलते ही मुकदमा दर्ज किया जायेगा.
पत्नी को ससुराल से लेकर लौट रहा था युवक
शव को देख परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. मृतक के भाई राजू वर्मा, चाचा ससुर सदानन्द वर्मा, मुखिया विष्णुदेव प्रसाद वर्मा, कृष्णा वर्मा, अतीत कुमार, बॉबी कुमार आदि ने बताया कि घर से सुबह केदार अपनी बाइक पर सवार होकर ससुराल जरीडीह गया था. वहां से अपनी पत्नी को लेकर वापस अपने घर लौट रहा था. इसी बीच हाइवा ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया. सुनीता की मौत से उसके दोनों छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. घर की आर्थिक स्थिति भी दयनीय है.
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एक सप्ताह पूर्व थाना से बाहर निकला था हाइवा
जिस हाइवा ने बाइक सवार को रौंदा वह एक सप्ताह पहले थाना से छूटकर बाहर निकला था. बाहर आते ही हाइवा ने बाइक को चपेट में ले लिया. ग्रामीणों ने बताया कि डेढ़ माह पहले यही हाइवा को बिरनी सीओ ने ओवरलोड पत्थर लदे रहने के आरोप में पकड़ कर थाना को लाया गया था और प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. ग्रामीणों का कहना है कि हाइवा चालक की लापरवाही से दुर्घटना हुई है. हाइवा चालक रातभर पत्थर लोडकर चलाते रहते हैं. चालक के रातभर जगे रहने पर इस तरह की दुर्घटनाएं होते रहती है.
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