भोला पाठक, पीरटांड़
Giridih News: पीरटांड़ प्रखंड के सुदूरवर्ती इलाका करंदो एवं मंजरा के बीच चिरकिया नदी पर पुल नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आये दिन इसी रास्ते में नदी पार कर प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है. बरसात में नदी का जलस्तर बढ़ जाता है. ऐसे में लोगों को चिरकी तरफ से आना-जाना पड़ता है. इसमें आठ किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है.
बारिश में बढ़ जाती है परेशानी
बारिश में पालगंज मोड़ से करंदो होकर खुखरा की दूरी आठ किलोमीटर है, पर चिरकी की तरफ से जाने से 16 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है. पालगंज मोड़ से खुखरा के रास्ते गणेशपुर होते हुए तोपचांची एवं हरलाडीह होते हुए राजगंज जाने ले लिए लोग इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं, जबकि खुखरा, खरपोका, तुइयो, बदगांवा, मंडरो, कुड़को, हरलाडीह सहित अन्य पंचायतों के लोगों को जिला मुख्यालय गिरिडीह जाने के लिए चिरकी का रुख करना पड़ता है.
पुल बन जाने से सभी को होगा लाभ
खुखरा पालगंज रास्ते में ही मंजरा एवं खुखरा के बीच हरकटवा नदी में भी एक बार थोड़ा सा पुल निर्माण कार्य वर्षों पूर्व हुआ था. इसके बाद से काम बंद ही पड़ा है. लोगों को घूमकर आवागमन करना पड़ता है. यहां पुल बन जाने से न केवल पीरटांड़ व खुखरा के इलाके को लाभ होगा, बल्कि धनबाद, गिरिडीह जिला के हजारों लोग लाभान्वित होंगे.
सड़क की हालत हो गई जर्जर
एसडीएम प्रेमलता मुर्मू ने दो वर्ष पूर्व पीरटांड़ प्रखंड की कई जर्जर सड़कों एवं पुल बनने वाले स्थलों का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने करंदो का भी निरीक्षण किया. इसके बाद कई सड़कों एवं पुलों का निर्माण कार्य शुरू हो गया, पर करंदो नदी पर पुल निर्माण शुरू नहीं हो सका. नदी की दोनों तरफ करीब पहुंच पथ भी बनकर तैयार है. पुरानी हो जाने के कारण सड़क की हालत जर्जर होने लगी है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
लंबे समय से पुल निर्माण की मांग हो रही है. पुल बन जाने से लोगों को काफी सहूलियत होगी, पर समस्या समाधान की दिशा में पहल नहीं हो रही है. स्थानीय प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.
नवीन सिंह, पंसस
पीरटांड़ प्रखंड के लिए यह पुल बेहद जरूरी है. कई बार इसकी मांग भी की गयी है, पर अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है. जिला प्रशासन को ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए.
अजय कुमार सिंह, भाजपा नेता
क्या कहते हैं प्रतिनिधि
खुखरा सहित आसपास की पंचायत के लोगों को जिला मुख्यालय गिरीडीह जाने के लिए पीरटांड़ का रुख करना पड़ता है. करंदो के रास्ते से दूरी लगभग आठ किमी कम पड़ती है. जल्द ही पुल बनना चाहिए.
केशव पाठक, पंसस
पुल से लगभग नौ पंचायतों के लोगों को लाभ मिलेगा. गिरिडीह और तोपचांची, धनबाद के लिए शॉर्टकट रास्ता है. सैकड़ों वाहन नदी पार कर गुजरते हैं. डीसी व विधायक से पुल निर्माण की मांग की जायेगी.
महेंद्र महतो, उप प्रमुख