पुलवामा में आतंकी हमले में गिरिडीह का लाल अजय शहीद, आज आयेगा शव

पुलवामा में शहीद हुए गिरिडीह के अजय का शव आज उनके पैतृक गांव लाया जायेगा. इधर, परिजनों के आंसू सूखने के नाम नहीं ले रहे हैं. पत्नी ने बताया कि उन्हें राज के तीन बजे से कॉल आ रहा था. कंट्रोल रूम से परिवार को अजय की शहादत की खबर मली.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2023 8:59 AM
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Giridih News. श्रीनगर के पुलवामा में ड्यूटी पर तैनात गिरिडीह निवासी सीआरपीएफ जवान अजय कुमार राय (31) शनिवार को तड़के तीन बजे आतंकी हमले में शहीद हो गये. गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. शहीद जवान अजय का परिवार गिरिडीह के पटेल नगर में किराये के मकान में रहता है. उनका पैतृक गांव देवरी प्रखंड के ढेंगाडीह में है. घटना की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार की सुबह से ही शहीद जवान के घर लोगों की भीड़ उमड़ने लगी. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.

कंट्रोल रूम से पत्नी को दी गयी सूचना

शहीद जवान की पत्नी ने बताया कि उनके मोबाइल पर सुबह करीब तीन बजे से फोन आ रहा था, लेकिन वह बच्चों के साथ सो रही थी. उसने सुबह करीब 3.45 बजे फोन उठाया तो फोन करने वाले ने बताया कि वह पुलवामा कंट्रोल रूम से बोल रहा है. रात करीब दो बजे अवंतीपुरा के सेल में आतंकियों ने गोलीबारी की. इसमें उनके पति अजय कुमार शहीद हो गये हैं. इसके बाद वह व अन्य परिजन कंट्रोल रूम के संपर्क में थे और वहीं से सारी जानकारी दी जा रही थी.

पूजा करने जा रहे थे पिता, इसी दौरान मिली शहादत की खबर

जवान के पिता राजू राय ने बताया कि वह शहर के शास्त्री नगर में एक किराये के मकान में रहते हैं, जबकि उनके छोटा पुत्र अजय कुमार राय की पत्नी और बच्चे पटेल नगर में किराये के मकान में रहते हैं. प्रतिदिन की तरह शनिवार की सुबह करीब चार बजे वह पूजा करने के लिए जा रहे थे. इसी बीच फोन आया कि उनके पुत्र को आतंकियों ने गोली मार दी है. इसमें वह शहीद हो गया है. इसके बाद वह पटेल नगर पहुंचे तो देखा बहू स्वाति और अन्य परिजन रो रहे हैं. इससे बड़ा दुख और क्या हो सकता है. लोगों से बातचीत करते हुए कहने लगे की भगवान ने उन्हें क्यों नहीं अपने पास बुला लिया. इधर घटना के बाद शहीद जवान अजय कुमार राय की पत्नी स्वाति का रो-रोकर बुरा हाल है. बार-बार अपने पति को याद कर बेहोश हो रही थी.

2017 में हुई थी पोस्टिंग

पिता राजू राय ने बताया कि अजय उनका छोटा पुत्र था. उसकी बहाली सीआरपीएफ में वर्ष 2017 में हुई थी. पहली पोस्टिंग सिलीगुड़ी में हुई थी. इसके बाद अलग-अलग स्थानों पर उसकी प्रतिनियुक्ति हुई. हाल ही में अजय की ड्यूटी एफ 112 बटालियन में अमरनाथ में लगायी गयी थी. वर्ष 2017 में पोस्टिंग के बाद वर्ष 2018 में उसकी शादी बिहार के नवादा में स्वाति के साथ हुई. शादी के बाद पूरा परिवार खुशी-खुशी अपना जीवन यापन कर रहे थे.

शनिवार को ही गिरिडीह आना था टिकट भी ले लिया था

पिता ने बताया कि उनका पुत्र अजय शनिवार को गिरिडीह लौटने वाला था. इसे लेकर उसने टिकट भी ले लिया था. शुक्रवार को ही अजय ने उनसे बात की थी और कहा था कि कल वापस लौट रहा हूं. इतना कहते ही उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे. कहा कि बेटे के आने का इंतजार कर रहे थे, अब उसका शव वापस आयेगा. श्री राय ने कहा कि एक पिता के लिए परिजनों ने बताया कि शहीद जवान का अंतिम संस्कार देवरी के ढेंगाडीह में ही किया जायेगा.

कुछ ही देर में खत्म होने वाली थी ड्यूटी

पिता ने बताया कि उनके पुत्र अजय की ड्यूटी शुक्रवार की रात 12 बजे से 3 बजे तक थी. वह अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद था. इसी बीच शुक्रवार की रात दो बजे अचानक हुए आतंकी हमले में उनका बेटा शहीद हो गया.

राज्यपाल ने जताया दुख

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में झारखंड के वीर सपूत व सीआरपीएफ जवान अजय कुमार राय के शहीद होने पर दुख जताया है. राज्यपाल ने कहा है कि उनकी शहादत को नमन है. ईश्वर शोकाकुल परिवारजनों को दुख की इस विकट घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.

सीएम ने जताया शोक

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवान अजय कुमार राय के शहीद होने पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड की माटी के लाल के शहीद होने की खबर से मन अत्यंत दुखी है. परमात्मा दिवंगत अमर वीर शहीद अजय जी की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे.

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