गिरिडीह : हाथियों के उत्पात से परेशान ग्रामीणों ने वन अधिकारियों को बनाया बंधक
वन विभाग के प्रभारी वनपाल योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार की शाम तक चानो रजमनिया गांव में वह टीम के साथ थे, ताकि हाथियों के झुंड को खदेड़ा जा सके.
हाथियों के उत्पात से परेशान ग्रामीणों ने शुक्रवार की रात वन विभाग के अधिकारियों को आठ घंटे तक बंधक बनाये रखा. सुबह में विधायक विनोद कुमार सिंह की पहल पर डीएफओ अंकित कुमार ने आश्वासन दिया कि बोकारो से स्पेशल टास्क फोर्स मंगाकर हाथियों को क्षेत्र से भगाया जायेगा, तब जाकर ग्रामीणों ने बंधक बनाये गये अधिकारियों को छोड़ा. वन विभाग के प्रभारी वनपाल योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार की शाम तक चानो रजमनिया गांव में वह टीम के साथ थे, ताकि हाथियों के झुंड को खदेड़ा जा सके. लेकिन हाथियों के नहीं आने पर वह टीम के साथ लौट गये. रात 11 बजे रात सूचना मिली कि हाथियों का झुंड चानो गांव में प्रवेश कर गया है. वह उप वन परिसर पदाधिकारी रामेश्वर महतो, गोपी रजक व बीरेंद्र कुमार के साथ गांव पहुंचे, तो ग्रामीण समेत पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह (भाकपा माले नेता) ने वाहन की चाबी लेकर उन्हें बंधक बना लिया. उनका कहना था कि जब तक हाथियों को बाहर करने की ठोस व्यवस्था नहीं की जाती है तब तक ना तो उन्हें चाबी मिलेगी और ना ही कहीं जाने दिया जायेगा. रात 12 बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक ग्रामीणों ने बंधक बनाये रखा.
फसलों को बर्बाद कर रहे हाथी
बिरनी प्रखंड में 10 दिनों से हाथियों के झुंड का उत्पात मचा रहा है. चार दिनों से लगातार हाथियों का झुंड चानो के आसपास डेरा डाले हुए हैं. अभी तक झुंड ने 50 एकड़ खेतों में धान-गेहूं, आम, सरसों की फसलों को को या तो खा गये या रौंद दिया.
क्या कहते है पूर्व प्रमुख व ग्रामीण
पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह ने कहा कि हाथियों के उत्पात से किसान परेशान हैं. उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर व काफी परिश्रम से धान की फसल तैयार हुई. हाथियों का झुंड चार दिनों से फसल को बर्बाद कर रहा है. पांचवें दिन शुक्रवार को झुंड के गांव आने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को बंधक बना लिया. इसके बाद भी हाथियों को भगाने की कोई ठोस पहल नहीं होती है तो ग्रामीण निर्णय लेने को बाध्य होंगे.
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