ग्लाइडर दुर्घटना: नागर विमानन विभाग की टीम ने टेक्निकल टीम को दिये दिशा-निर्देश, पसरा अंधेरा, मुआवजे की मांग
कॉलोनी में जिस घर से ग्लाइडर टकराया, उसकी छत की रेलिंग व मुख्य दरवाजा टूट गया है. यह कहना है गृहस्वामी नीलेश कुमार की बहन प्रियंका कुमारी का. शुक्रवार को प्रियंका ने पत्रकारों को बताया कि मकान में कई जगह क्रैक आ गया है. घर की मरम्मत कराने में एक लाख रुपये से अधिक खर्च आयेगा.
धनबाद/बरवाअड्डा: नावाडीह स्थित व्हाइट हाउस डुप्लेक्स कॉलोनी में हुई ग्लाइडर दुर्घटना की जांच करने शुक्रवार को नागर विमानन की टीम घटनास्थल पर पहुंची. टीम में नागर विमानन के निदेशक एसपी सिन्हा के अलावा हैदराबाद, कोलकाता व रांची के भी सदस्य शामिल थे. सदस्यों ने ग्लाइडर के मलबा व बॉडी की बारीकी से जांच की और हैदराबाद की टेक्निकल टीम को कई दिशा-निर्देश देकर लौट गयी. इसके बाद टेक्निकल टीम दुर्घटनाग्रस्त ग्लाइडर के कलपुर्जे व बॉडी को खोलकर बरवाअड्डा स्थित हवाई अड्डा ले आयी. इस संबंध में नागर विमानन व टेक्निकल टीम ने कुछ भी बताने इनकार कर दिया. एसडीओ प्रेम कुमार तिवारी, सीओ प्रशांत लायक, धनबाद थाना प्रभारी विनय कुमार पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी ली.
टीम को घटना का मिला है वीडियो
सूत्रों ने बताया कि जांच के लिए पहुंची टीम को घटना में घायल कुश कुमार द्वारा बनाया गया वीडियो मिला है. वीडियो को टीम अपने साथ ले गयी है. अब उसकी बारीकी से जांच की जायेगी. वीडियो में ग्लाइडर में लगी स्क्रीन भी दिखायी गयी है और पूरी घटना उसमें कैद है. पता चला कि ग्लाइडर की पहले रूटीन जांच ( सर्विसिंग) नहीं हुई है. इस कारण भी दुर्घटना घटी है.
एक दर्जन घरों में पसरा अंधेरा
घटना के बाद कॉलोनी के एक दर्जन घरों में अंधेरे पसरा है. ग्लाइडर के बिजली तार से टकराने से तार टूट कर गिर गया है. वहीं स्थानीय लोगों का सर्विस तार भी टूट गया है. कॉलोनीवासियों ने बताया कि बिजली नहीं रहने से मोटर नहीं चल रही है. लोगों ने बिजली विभाग से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है.
एक लाख से अधिक का हुआ नुकसान
कॉलोनी में जिस घर से ग्लाइडर टकराया, उसकी छत की रेलिंग व मुख्य दरवाजा टूट गया है. यह कहना है गृहस्वामी नीलेश कुमार की बहन प्रियंका कुमारी का. शुक्रवार को प्रियंका ने पत्रकारों को बताया कि भैया नीलेश साहेबगंज में स्टेशन मास्टर हैं. पूरे परिवार के साथ वहीं रहते हैं. घर की देखभाल मैं ही करती हूं. मकान में कई जगह क्रैक आ गया है. घर की मरम्मत कराने में एक लाख रुपये से अधिक खर्च आयेगा. एसडीओ से घर में हुए नुकसान के मुआवजा की मांग की है, लेकिन सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला है. प्रशासन से मांग है कि चालक की लापरवाही से घटना घटी है. नुकसान का जिला प्रशासन मुआवजा दे.
चालक पर लगाया लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने बताया कि रोजाना इस क्षेत्र में ग्लाइडर उड़ान भरता है. ग्लाइडर घर के सामने से गुजरता रहता था. इससे हमेशा लोग डरे-सहमे हुए रहते थे और दुर्घटना होने की आशंका जताते रहते थे. चालक की लापरवाही के कारण ही घटना घटी है.